23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

खजुराहो में खब कुछ दोबारा हुआ शुरु, लेकिन एयरपोर्ट अब भी बंद

खजुराहो से 15 अक्टूबर से शुरु होनी थी उड़ान, लेकिन अब तक नई आया शेड्यूलकेन्द्रीय मंत्री से मिला था अश्वासन लेकिन अब भी सूना पड़ा एयरपोर्ट

2 min read
Google source verification
खजुराहो से 15 अक्टूबर से शुरु होनी थी उड़ान

खजुराहो से 15 अक्टूबर से शुरु होनी थी उड़ान

छतरपुर। कोरोना संक्रमण थमते ही खजुराहो में सभी तरह की आर्थिक गतिविधियां शुरु हो गई हैं। लेकिन खजुराहो का एयरपोर्ट लॉकडाउन के बाद से हवाई जहाजों का इंतजार कर रहा है। खजुराहो में हर वर्ष सैकड़ों कॉन्फ्रेंस, खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, खजुराहो नृत्य समारोह सहित कई अन्य गतिविधियां होती हैं। इसके अलावा वर्तमान में बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए भी खजुराहो उभरकर सामने आया है लेकिन खजुराहो की हवाई सेवा बंद होने के कारण सभी गतिविधियों पर दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है। यहां की होटल इंडस्ट्री, ट्रैवल एजेंट्स एवं टूरिस्ट ट्रेड से जुड़े लोग प्रभावित हो रहे हैं।

खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने उड्डयन मंत्री से कई बार मुलाकात कर हवाई सेवा शुरु करने की मांग की है लेकिन उड्डयन मंत्री ने अभी तक खजुराहो से विमान सेवा शुरु नहीं कराई है। जबकि खजुराहो के पर्यटन को पटरी पर लाने के लिए हवाई सेवा का शुरु होना अत्यंत आवश्यक है। विश्व विरासत सूची में सम्मिलित खजुराहो मध्यप्रदेश का ऐसा इकलौता पर्यटन स्थल है जहां सबसे अधिक विदेशी पर्यटक आते हैं। यहां का पूरा व्यवसाय भी पर्यटन पर ही आधारित है। मध्यप्रदेश के सबसे अधिक 5 स्टार और 3 स्टार होटल यहां मौजूद हैं। लेकिन एयर कनेक्टिविटी बंद होने के कारण खजुराहो सन्नाटे के दौर से गुजर रहा है। यहां के पर्यटन व्यवसायियों ने कई बार आवेदन-निवेदन किया लेकिन भारत सरकार का उड्डयन मंत्रालय इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। लगभग 2 वर्ष से बंद पड़े एयरपोर्ट में की देखरेख पर हर माह लाखों रुपए खर्च होते हैं लेकिन अभी यहां की आय शून्य है।

15 अक्टूबर से होनी थी शुरुआत
भारत सरकार में उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ माह पूर्व एक वर्चुअल मीटिंग के दौरान स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह के साथ खजुराहो में 15 अक्टूबर से उड़ान प्रारंभ होने की बात कही थी लेकिन आज तक केंद्रीय मंत्री से मिला आश्वासन पूरा नहीं हो सका है। गवालियर के एयरपोर्ट से आधा दर्जन से अधिक हवाई जहाज उड़ान भर रहे हैं लेकिन खजुराहो एक भी हवाई जहाज का आना जाना नहीं हो रहा है। आरसीएस के रूट अवार्ड स्पाइसजेट से भी अभी तक खजुराहो को जोड़ा नहीं गया है जबकि स्पाइसजेट भोपाल से प्रयागराज, कानपुर से दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, गोवा आदि के लिए स्टॉपेज के साथ उड़ान भर सकते हंै।