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एमपी के दो प्राचीन तालाबों का होगा सौंदर्यीकरण, पर्यटकों के लिए बनेंगे पाथवे

ancient ponds: ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले दो प्रमुख तालाब संकट मोचन और किशोर सागर अब अपने पुराने गौरव को दोबारा प्राप्त करने जा रहे हैं।

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Two ancient ponds Sankat Mochan and Kishore Sagar of chhatarpur will be beautified under Amrit Yojana 2.0

ancient ponds: मध्य प्रदेश के छतरपुर में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। नगर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले दो प्रमुख तालाब संकट मोचन और किशोर सागर अब अपने पुराने गौरव को पुनः प्राप्त करने जा रहे हैं। इन दोनों तालाबों के सौंदर्यीकरण और जल शुद्धिकरण कार्यों की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और जल्द ही कार्य आरंभ किया जाएगा। इस परियोजना से न केवल तालाबों का सौंदर्य निखरेगा, बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी शहर को नई पहचान मिलेगी।

स्वीकृत हुई बड़ी राश

संकट मोचनलाब के कायाकल्प हेतु कुल 157.66 लाख रुपए की लागत से परियोजना का टेंडर हो चुका है। इसके अंतर्गत सौंदर्यीकरण के साथ ही 100 केएलडी क्षमता का एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) स्थापित किया जाएगा, जिसकी लागत 133 लाख रुपए तय की गई है। किशोर सागर तालाब के जीर्णोद्धार हेतु भी 82.50 लाख रुपए की लागत से कार्य स्वीकृत हुए हैं। इन कार्यों में डी-सिल्टिंग (गाद हटाना), जीआई फेंसिंग, आरसीसी ड्रेन और सौंदर्यीकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं।

छह महीने में पूरे होंगे सभी कार्य

नगर पालिका द्वारा स्पष्ट किया गया है कि दोनों तालाबों के कायाकल्प के कार्यों को छह महीने की समय सीमा में पूर्ण किया जाना है। संबंधित नालियों को भी डायवर्ट किया जाएगा, ताकि घरों से निकलने वाला गंदा पानी तालाबों में सीधे न जाए। इससे जल स्तर और जल की गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा। इसके अलावा, तालाबों का धार्मिक और पारंपरिक महत्व भी संरक्षित रहेगा।

अमृत योजना 2.0 के तहत तालाब होंगे सुंदर

अमृत योजना 2.0 के तहत न केवल किशोर सागर और संकट मोचन, बल्कि ग्वाल मंगरा और प्रताप सागर जैसे अन्य प्राचीन तालाबों का भी सौंदर्यीकरण प्रस्तावित है। शहर में वर्तमान में कुल 11 प्राचीन तालाब हैं, जिनमें से 4 तालाबों का अस्तित्व समाप्त हो चुका है। शहर की आबादी लगभग 2.50 लाख है और इसमें कुल 40 वार्ड हैं।

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पाथवे, फाउंटेन और लाइटिंग से बढ़ेगी शोभा

तालाबों के किनारे पाथवे का निर्माण, लोटिंग फाउंटेन की स्थापना, आधुनिक लाइटिंग व्यवस्था, पिचिंग वर्क और एल्गी ट्रीटमेंट जैसे कार्य किए जाएंगे। इससे तालाबों की दृश्यता और सुंदरता में अत्यधिक सुधार होगा। पूजन सामग्री को तालाबों में फेंकने पर भी सख्ती से रोक लगाई जाएगी, जिससे जल प्रदूषण पर नियंत्रण रखा जा सकेगा।

नागरिकों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

मुख्य नगरपालिका अधिकारी माधुरी शर्मा ने बताया कि इन कार्यों के पूरा होने के बाद नागरिकों को तालाबों के आस-पास बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। संकट मोचन और किशोर सागर तालाबों के सौंदर्यीकरण के लिए टेंडर हो चुके हैं और सभी कार्य तय समय सीमा में पूर्ण किए जाएंगे। इन प्रयासों से निश्चित रूप से दोनों तालाबों को नया जीवन मिलेगा और शहरवासियों को स्वच्छ, सुंदर एवं धार्मिक वातावरण की सौगात प्राप्त होगी।