
Victims, Suicide, Officers, Police
नीरज सोनी
छतरपुर। शहर के टौरिया मोहल्ला में डेढ़ साल तक कुख्यात बदमाश असलम नट की कैद में जकड़ी रही नाबालिग दलित लड़की के साथ हुई अमानवीयता का मामला सामने आने के बाद अब पुलिस बचाव की मुद्रा में आ गई है। पीड़त युवती का इस्तेमाल रेप के फर्जी केस दर्ज कराने में करने वाले सटी कोतवाली टीआई केके खनेजा और आरक्षक धर्मेंन्द्र चतुर्वेदी का नाम उजागर होने के बाद खुद एसपी विनीत खन्ना युवती पर टीआई का नाम वापस लेने के लिए दवाब बना रहे हैं। यही कारण है कि शिकायत करने और बयान दर्ज कराने के २४ घंटे बाद भी पुलिस ने युवती की शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की है। बुधवार को दिनभर सिटी कोतवाली में हंगामा मचा रहा। शाम को युवती एसपी ऑफिस पहुंची तो फिर उस पर टीआई का नाम रिपोर्ट से अलग करने दवाब डाला गया। पीडि़त युवती ने एसपी से भी साफ कह दिया कि यदि उसकी शिकायत पर टीआई, आरक्षक और असलम नट पर केस दर्ज नहीं होता है तो वह आत्महत्या कर लेगी।
उधर इस मामले में एसपी का कहना है कि युवती को विधि सम्मत शिकायत करने के लिए समझाया जा रहा है, लेकिन वह एक ही रिपोर्ट में आपराधिक केस दर्ज कराना चाह रही है। इसलिए एफआईआर नहीं हो पा रही है।
असलम नट की गिरफ्त से छूटकर भागी नाबालिग दलित लड़की ने एसपी ऑफिस में मंगलवार को पहुंचकर आपबीती सुनाई थी। लिखित शिकायत में उसने आरोप लगाया था कि असलम नट के साथ मिलकर कोतवाली के टीआई केके खनेजा और सिपाही धर्मेंद्र चतुर्वेदी उससे कुछ लोगों के खिलाफ उसका नाम बदलवाकर बलात्कार की फर्जी रिपोर्टं दर्ज करवाई। बाद में अदालत में राजीनामा लिखने के नाम पर रवींंद्र पचौरी से ५० हजार रुपए का सौदा भी करवाया गया। आरोपी असलम नट लगातार पुलिस के संरखण में उसे कई जगह बेंचता रहा और खुलेआम वेश्यावृत्ति कराता रहा। वेश्यावृत्ति का विरोध करने पर आरोपी असलम नट रात-रातभर उसे पीटता रहा। युवती में लिखित शिकायत में खुला आरोप लगाया था कि कोतवाली टीआई केके खनेजा और सिपाही धर्मेंद्र चतुर्वेदी असलम नट से मिले हुए हैं इसलिए वह न्याय पाने के लिए सीधे एसपी ऑफिस आई है। एडिशनल एसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एसआई अंजना दुबे को बुलाकर युवती के लिखित बयान कराए थे।
रात में महिला एसआई से भी लड़ गए टीआई :
कोतवाली टीआई और सिपाही का नाम इस मामले में सामने आने के बाद एसपी विनीत खन्ना ने मंगलवार को ही रात में पीडि़त युवती को एसआई अंजना दुबे के साथ कोतवाली में दोनों पुलिसकर्मियों की पहचान करवाने के लिए भेजा था। इस दौरान कोतवाली टीआई ने युवती के साथ गाली-गलौच शुरू कर दी। इससे जब पीडि़त युवती डर के कारण बेहोश हो गई तो एसआई अंजना दुबे टीआई से भिड़ गईं। उनका कहना था कि एक नाबालिग को आप धमका कैसे सकते हैं। उन्होंने जब एसपी से शिकायत करने की धमकी दी तो टीआई खनेजा के तेवर नरम पड़ गए। बाद में रात में बिना एफआईआर दर्ज किए ही युवती को वापस भेज दिया गया।
एसपी ने दिए एफआईआर के निर्देश, नहीं हुई कायमी :
एक दलित नाबालिग युवती के साथ हुई दरिंदगी और पुलिस की संलिप्तता का मामला सामने आने के बाद दिनभर यह मामला पुलिस के लिए परेशानी का कारण बना रहा। दोपहर में एसपी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। पीडि़त युवती सामाजिक कार्यकर्ता नेहा सिंह के साथ दोपहर 1 बजे सिटी कोतवाली पहुंच गई। लेकिन यहां पर एफआईआर दर्ज करने की वजाय कोतवाली टीआई खनेजा ने उसे अपने चैँबर में बुला लिया। युवती का आरोप है कि टीआई उसे लगातार इस बात के लिए धमका रहे हैं कि रिपोर्ट से वह उनका और सिपाही का नाम हटा लें। समाजसेवी नेहा सिंह का कहना है कि पुलिस जबरन दबाव बना रही है और रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है।
तीन घंटे कोतवाली में चलता रहा ड्रामा :
सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पीडि़त युवती तीन घंटे तक बैठी रही। लेकिन उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इस दौरान हवालात में बंद आरोपी असलम नट उसे लगातार धमकाता रहा। टीआई खनेजा का कहना था कि उनका नाम एफआईआर में न लिखाया जाए। इस पर पीडि़त युवती तैयार नहीं हुई। उसका कहना था कि जिन-जिन लोगों ने उसके साथ गलत किया है वह उन सभी के नाम से एफआईआर करेगी। शाम 5 बजे सीएसपी राकेश शंकरवार कोतवाली पहुंचे और युवती को फिर एसपी ऑफिस चलने के लिए कहा। पीडि़त युवती का कहना है कि एसपी विनीत खन्ना ने बंद कमरे में उससे कहा कि वह रिपोर्ट से टीआई का नाम हटा दें, सिपाही और असलम नट के खिलाफ केस दर्ज करा दिया जाएगा।
असलम नट से कटïï्टा बरामद : (सीएचपी२८०२१८-०८)
सिटी कोतवाली पुलिस ने कुख्ययात आरोपी असलम नट से ३१५ बोर का अद्दी कट्टा बरामद कर लिया है। असलम की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने यह हथियार बरामद किया है। तीन दिन पहले पत्रिका ने असलम नट का कटï्ट लेकर दहशत फैलाते घूमने वाला फोटो प्रकाशित किया था। इसके बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई हुई। पुलिस के संरक्षण में यह आरोपी लंबे समय से जुआ लूटने, वेश्यावृत्ति कराने सहित अन्य संगीत अपराधों में लिप्त रहा है।
एसपी को पूरे मामले की जानकारी दी है
युवती के बयानों के आधार पर अभी एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है। विभागीय स्तर पर जांच चल रही है। कोतवाली में उसके साथ जो बर्ताव हुआ उसके बारे में एसपी साहब को पूरी जानकारी दे दी गई है। आज एफआईआर नहीं हो सकी। उम्मीद है गुरुवार को एफआईआर दर्ज हो जाए।
- अंजना दुबे, एसआई, (जांच अधिकारी)
सत्य कभी पराजित नहीं होता :
मेरे ऊपर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। युवती ने खुद ही ज्यादिती की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई हैं। उसने नाम बदलकर रिपोर्ट की। रुपए लेकर समझौता कर लिया और अब झूठा केस बनवा रही है। लेकिन सत्य कभी पराजित नहीं होता इसलिए मैं क्यों डरूं।
- केके खनेजा, टीआई, सिटी कोतवाली
हम एसएफआईआर चाहते हैं, लेकिन विधि सम्मत:
- युवती पुराने मामले का हवाला देकर टीआई और आरक्षक के खिलाफ एक असलम नट वाले केस में एक साथ एफआईआर कराना चाह रही है। जबकि उसके बयान न्यायालय में हो चुके हैं। इसलिए ज्यादिती वाला मामले को केस के साथ जोडऩा विधि सम्मत नहीं है। उसके आरोपी टीआई और आरक्षक पर हैं तो उसकी विभागीय जांच कराई जाएगी। इसके लिए युवती को अलग से शिकायत देने के लिए समझाया गया है, लेकिन वह मानने तैयार नहीं है। अगर वह दोनों शिकायतें अलग-अलग करेगी तो हम तुरंत ही एफआईआर दर्ज करा देंगे। युवती को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
- विनीत खन्ना, एसपी, छतरपुर
Published on:
01 Mar 2018 09:52 am
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