समय सीमा की बैठक में प्राचार्यों से भी कहा- शालाओं का निरीक्षण करें
पिछली टीएल बैठक में प्रधानमंत्री अटल पेंशन योजना के अंतर्गत जिले के किसानों और लाड़ली बहनों को प्रेरित कर जोडऩे के निर्देश दिए गए थे। इस दिशा में संतोषजनक प्रगति नहीं होने पर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने इस सोमवार को समय सीमा की बैठक में नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत अच्छी योजना है। 18 से 40 वर्ष आयु के व्यक्ति इसका लाभ उठा सकते हैं। 60 वर्ष की आयु के बाद 1000 से लेकर 5000 तक की पेंशन मिलेगी। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि सभी जरूरतमंद लोगों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए इस योजना के बारे में उन्हें बताएं और प्रेरित करते हुए अधिक से अधिक लोगों को इस योजना से जोड़ें।
कलेक्टर सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी और डीपीसी जिला शिक्षा केंद्र से शासकीय स्कूलों में पुस्तकों की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि डीपीसी, बीआरसी, सी.ए.सी. और संकुल प्राचार्य 10-10 विद्यालयों का दौरा कर भौतिक रूप से जांच करें कि क्या पुस्तकों की आपूर्ति पूर्ण हो चुकी है और यह विद्यार्थियों तक पहुंच चुकी है? अगली टीएल बैठक में इस आशय का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करें। इसके अतिरिक्त सिंह ने शासकीय स्कूलों की सभी कक्षाओं में शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने के भी निर्देश दिए।
सडक़ सुरक्षा समिति की पिछली बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए जाने के बावजूद अब भी कई स्थानों पर बसें अनियमित रूप से खड़ी की जा रही हैं। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कलेक्टर सिंह ने आरटीओ, टीआई ट्रैफिक और डीएसपी ट्रैफिक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सडक़ सुरक्षा समिति में दिए गए निर्देशों को सभी संबंधित अधिकारी गंभीरता से लें, अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें।
पिछली बैठक में निर्देश देने के बाद भी जिले के प्रभारी मंत्री को भ्रमण के दौरान प्राप्त आवेदनों का जवाब अभी तक नहीं भेजने वाले विभाग प्रमुखों पर भी कड़ी नाराजगी जताई और वेतन रोकने के निर्देश दिए। एमएलबी स्कूल के बालिका छात्रावास के अधूरे कार्य एक सप्ताह के अंदर पूर्ण कराते हुए सभी आवश्यक सामग्री के साथ हैंड ओवर करने के निर्देश पीआईयू के अधिकारी को दिए। उन्होंने छात्रावास शुरू न होने के कारण बालिकाओं को हो रही असुविधा को लेकर कड़ी नाराजगी जताई।