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निगम…चालीस दिन में 21 अवैध कॉलोनाइजर्स के खिलाफ एफआइआर आदेश, पालन केवल 14 पर

कलेक्टर की फटकार पर धीमी कार्यवाही, शेष 7 कॉलोनाइजर्स पर बरस रही सत्ता की कृपा

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नगर निगम परिषद

छिंदवाड़ा.कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह की फटकार के बाद भी नगर निगम अवैध कॉलोनाइजर्स पर धीमी कार्यवाही कर रहा है। पिछले चालीस दिन में निगम आयुक्त ने 21 अवैध कॉलोनाइजर्स के खिलाफ एफआइआर के आदेश दिए। इनमें से अब तक केवल 14 अवैध कॉलोनाइजर्स पर पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया है। शेष सात कॉलोनाइजर्स पर सत्तासीनों की कृपा बरस रही है। इस वजह से उनके खिलाफ एफआइआर नहीं हो पाई है।
देखा जाए तो अपर कलेक्टर की ओर से जुलाई में 24 अवैध कॉलोनाइजर्स की फाइल निगम आयुक्त को भेजी गई थी। इनमें से निगम आयुक्त ने 21 फाइल पर एफआइआर करने के आदेश पारित किए। उनमें से निगम इंजीनियर्स ने 14 कॉलोनाइजर्स के खिलाफ धोखाधड़ी और नगर निगम एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया। शेष सात कॉलोनाइजर्स पर कार्यवाही नहीं हो पा रही है। इससे साफ है कि कहीं न कहीं सत्तासीनों का दबाव अधिकारियों पर काम कर रहा है। इन सात व्यक्तियों को छोड़ दिया गया है। इसकी चर्चा पूरे शहर में हो रही है। इसके बावजूद भी निगम अधिकारियों की चुप्पी कहीं न कहीं कोई मिलीभगत का संकेत दे रही है।
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अब तक 14 अवैध कॉलोनाइजर्स पर एफआइआर

नगर निगम के इंजीनियरों ने अब तक मोहम्मद जैद अहमद, दानिश खान, सुनील कराड़े, रायसिंह महतू, श्रीराम महतू, गोपाल महतू, दुर्जन पंद्राम, निसादुद्ीन, सर्कि ला झनकलाल परतेती, कमलेश गुप्ता, रंजीत कुमार, दीनू आलोनकर सोनाखार, भूलन शाह पिता चंपालाल खजरी, यदुनंदन पिता मागचंद खजरी के खिलाफ थाना देहात और कुण्डीपुरा में धोखाधड़ी एवं नगर निगम एक्ट के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
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पहला आदेश 24 जुलाई और अंतिम 2 सितम्बर को
निगम आयुक्त ने पहला आदेश 24 जुलाई को निकाला। उसके बाद लगातार समय-समय पर शहर समेत आसपास की कॉलोनियों को अवैध घोषित किया। ंअंतिम आदेश 2 सितम्बर को किया गया। इसके बाद अब तक आगे की कार्यवाही नहीं की गई है।
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पत्रिका ने लगातार उठाया मामला, तब 14 की हुई एफआइआर

पत्रिका की ओर से पिछले दो माह से अवैध कॉलोनाइजर्स के खिलाफ मामले उठाए जा रहे हैं। तब प्रशासन पर दबाव बना। हर समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने निगम आयुक्त को आदेश दिए। तब बमुश्किल 14 अवैध कॉलोनाइजर्स के खिलाफ एफआइआर हो सकी। अभी आगे भी ये मिशन जारी रहेगा।