मृतकों के नाम तक की राशि हड़प गए
जांच टीम ने यह भी पाया कि एक कर्मचारी राजेंद्र परिहार के मृत होने पर उनके नाम की राशि पत्नी किरण परिहार को मिलनी थी। इस राशि को पत्नी को न देते हुए लिपिक-लेखापाल हड़प गए। इसके अलावा एक प्रकरण मृतक गीता डेहरिया का था। इसमें भी राशि का घोटाला किया गया।
दो पूर्व बीइओ के सस्पेंड करने का प्रस्ताव जबलपुर भेजा
जुन्नारदेव के दो पूर्व बीइओ एमआई खान और आनंदराव लोखण्डे की एफआइआर होने के बाद उनके निलंबन का प्रस्ताव जबलपुर कमिश्नर के पास भेज दिया गया है। सहायक आयुक्त जनजातीय सत्येन्द्र मरकाम का कहना है कि इसकी आगे कार्रवाई जबलपुर से होगी।
जबलपुर टीम ने पकड़ा
कोषालय छिंदवाड़ा ने छोड़ा, इस मामले में यह तथ्य भी सामने आया है कि कोषालय अधिकारी छिंदवाड़ा की टीम पहले जांच करने जुन्नारदेव गई थी और तीन-चार दिन में ही लौट गई थी। इसके बाद जबलपुर संयुक्त संचालक कोष की जांच टीम पहुंची और इस केस की बारीकी से 15 दिन तक जांच पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने सभी तथ्य खंगाले और पूरे भ्रष्टाचार और गबन को उजागर किया।