अमरवाड़ा और हर्रई के गांवों में अगर आप है तो बारिश के समय सावधान हो जाइए। कहीं भी आकाशीय बिजली गिर सकती हैँ और आपको अपना शिकार बना सकती है। दरअसल सरकारी भवनों में तडि़त चालकों की कमी से ऐसा संभव है। पिछले दो साल २०२३-२४ में एक दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी है। जिसमें लोग बड़ी संख्या में आकाशीय बिजली के शिकार बने। प्रशासन को मुआवजा देना पड़ा।
मानसून आगमन के समय बादलों के टकराहट के समय आकाशीय बिजली की घटनाएं ज्यादा होती रही है। जब व्यक्ति खेत में काम कर रहा होता है या फिर पेड़ के नीचे होता है। ऐसे समय में आकाशीय बिजली किसी को भी अपना शिकार बना लेती है। जबकि शहर में सरकारी भवन में तडि़त चालक होने से ये आकाशीय बिजली को अपने आप आकर्षित कर लेते है। फिर भी शहरवासियों को सतर्कता रहने की जरूरत है। आकाशीय बिजली से बचाव के लिए इस समय राज्य शासन ने विशेष जागरुकता अभियान शुरू किया है। एसडीएम, खंड अधिकारी, गांवों में मौजूद सरकारी कर्मचारियों और पंचायत को सतर्क रहने की आवश्यकता है। जिन्हेें पत्र भी लिखा जा रहा है।
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१.आकाशीय बिजली के संपर्कं में आने से बचें। यदि संभव हो तो यात्रा से बचें। खिड़कियां और दरवाजे बंद करें। अगर बच्चे और पालतू जानवर घर के अंदर हैं तो बिजली उपकरणों को अनप्लग करें।
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२.आकाशीय बिजली गिरने के दौरान स्नान करने से बचे। बहते पानी से दूर रहें। ऐसा इसलिए है क्योंकि धातु के पाइप के साथ आकाशीय बिजली प्रवाहित हो सकती है। दरवाजे, खिड़कियां, फायरप्लेस, स्टोव बाथटव या किसी अन्य विद्युत कंडक्टर से दूर रहे। कॉर्डेड फोन और अन्य बिजली के उपकरणों के उपयोग से बचे।
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३. आप घर के बाहर खुले मैदान में हैं तो तुरंत सुरक्षित आश्रय पर जाएं। अपने आप को एक छोटा बनाने के लिए पैरों को एक साथ रखें। सिर नीचे रखें। आपकी गर्दन को पीछे खड़े बाल संकेत कर सकते हैं कि आकाशीय बिजली पास ही है। जमीन पर सपाट खड़े न रहें। सभी लाइनों फोन,पावर धातु की बाड़ी, पेड़ और पहाड़ी से दूर रहें।
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४. अगर आप यात्रा पर हैं तो साइकिल, मोटरसाइकिल या खेत के वाहनों से दूर रहें, जो आकाशीय बिजली को आकर्षित कर सकता है। तूफान के दौरान अपने वाहन में तब तक रहें, जब तक कि मदद नहीं आती है या तूफान गुजर नहीं जाता है। वाहन की खिड़कियां बंद होनी चाहिए। पेड़ों/बिजली लाइनों से वाहन दूर पार्क क रें।
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५.अगर आप आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए हैं तो ऐसे व्यक्ति को अस्पताल ले जाएं, जो बेसिक प्राथमिक उपचार दे। टूटी हुई हड्डियों, सुनने और आंखों की रोशनी कम होने की जांच करें। प्रभावित शारीरीक स्थान चोट की जांच करें।
बिजली से मौत की घटनाएं रोकने राज्य शासन ने जागरुकता अभियान शुरू किया है। इसके लिए मोबाइल एप भी है। जिसे कोई भी व्यक्ति डाउनलोड कर सकता है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है।
आकाशीय बिजली से मौत की घटनाएं रोकने राज्य शासन ने जागरुकता अभियान शुरू किया है। इसके लिए मोबाइल एप भी है। जिसे कोई भी व्यक्ति डाउनलोड कर सकता है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है।
-पुष्पेन्द्र पाण्डेय, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख।
Published on:
20 Jun 2025 11:45 am