30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अब प्रदेशभर में पेट्रोल-डीजल की गुणवत्ता की होगी जांच

आकस्मिक निरीक्षण के लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण आयुक्त के आदेश

2 min read
Google source verification
chhindwara petrol

रतलाम में 27 जून को मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल वाहनों में पानी भरे डीजल को भरे जाने की घटना के बाद खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता आयुक्त कर्मवीर शर्मा ने सभी स्थानों के पेट्रोल पंपों की जांच के आदेश दिए हैं।
छिंदवाड़ा व पांढुर्ना जिले में 120 पेट्रोल पंप हैं। इसमें पेट्रोल-डीजल की गुणवत्ता में संदिग्ध स्थिति मिलने की आशंका है। यदि शासन के आदेश पर जांच पड़ताल होती है, तो ऐसे मामले निकल सकते हैं। फिलहाल कलेक्टर को जारी आदेश में आयुक्त ने कहा कि पानी मिश्रित डीजल प्रदाय किए जाने की घटना प्रकाश में आई है। यह अत्यंत खेदजनक है। ऑयल कंपनी एवं जिला खाद्य विभाग के स्तर से सतत रूप से निरीक्षण एवं मॉनिटरिंग के अभाव में इस प्रकार की स्थिति निर्मित होती है।


आदेश के अनुसार पेट्रोल पंपों के भूमिगत टैंकों में पानी की उपस्थिति की रोकथाम एवं उपभोक्ताओं को नोजल से प्रदान किए जा रहे उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाना आवश्यक है। अभी बारिश का मौसम चल रहा है। ऐसी स्थिति में जिलों में स्थित पेट्रोल पंपों का तत्काल निरीक्षण किया जाना आवश्यक है। पेट्रोल पंपों के नियमित निरीक्षण की व्यवस्था का पुनरावलोकन करते हुए जिले में स्थित सभी पेट्रोल पंपों का जिले में पदस्थ खाद्य, राजस्व, नापतौल, ऑयल कंपनी के अधिकारियों का रोस्टर तैयार कर तीन माह की अवधि में अनिवार्य रूप से निरीक्षण किया जाए। मॉटर स्पिरिट और उच्च वेग डीजल (प्रदाय और वितरण का विनियमन और अनाचार निवारण) आदेश 2005 में दिए गए प्रावधान अनुसार राज्य सरकार के कोई राजपत्रित अधिकारी को पेट्रोल पंप की जांच, तलाशी एवं अधिग्रहण की शक्तियां प्राप्त है।

अनियमितता पाए जाने पर होगी कार्रवाई

जिले में पदस्थ कंपनी के सेल्स ऑफिसर के माध्यम से जिले में स्थित सभी पेट्रोलपंपों एवं उनके भूमिगत टैंकों की मानसून पूर्व जांच की जाना आवश्यक है। जिन पेट्रोल पंपों में निरीक्षण अभी तक नहीं किया गया है। तत्काल एक सप्ताह की अवधि में निरीक्षण पूर्ण कराया जाए तथा अनियमितता पाए जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही की जाए। पेट्रोल पंपों पर आवश्यक नागरिक सुविधाओं जैसे निशुल्क हवा, पेयजल, महिला एवं पुरुष के लिए पृथक-पृथक शौचालय की उपलब्धता की सुनिश्चित की जाए।

इनका कहना है
राज्य शासन के आदेश हुए हैं तो पेट्रोल पंपों की जांच खाद्य आपूर्ति विभाग के माध्यम से कराई जाएगी। -सुधीर जैन, एसडीएम छिंदवाड़ा