शहरी और ग्रामीण इलाकों में मैदानी कर्मचारियों से लोग त्रस्त, बस-टैक्सी किराया खर्च पहुंच रहे कलेक्ट्रेट
छिंदवाड़ा.जरा देखिए...माथे पर चिंता, हाथ में आवेदन और अपनी समस्या अफसरों को सुनाने की बैचेनी और उनसे निराकरण की उम्मीद। ये हर उस चेहरे की कहानी है,जिसे मंगलवार को कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में सुना जा सकता है। ये लम्बी कतार यह संदेश भी दे रही है कि सरकारी सिस्टम में कहीं न कहीं नागरिकों की उपेक्षा और लालफीताशाही मौजूद है। जिससे बस-टैक्सी में हजारों रुपए खर्च कर आम आदमी को कलेक्ट्रेट का द्वार खटखटाना पड़ रहा है।
इस मंगलवार को कलेक्ट्रेट में कम से कम पांच सौ से अधिक लोग बाहर से आए थे। खुद जनसुनवाई का रिकार्ड 204 आवेदन का रहा। हर कोई सड़क, नाली, पानी, पुलिया के अलावा व्यक्तिगत रूप से पेंशन, राजस्व रिकार्ड, आर्थिक सहायता, राशन से अनाज न मिलने, दिव्यांगता प्रमाणपत्र, पीएम आवास समेत अन्य समस्याओं के आवेदन लेकर आया था। इनमें से 50 फीसदी तो हर्रई, बटकाखापा, पांढुर्ना, तामिया, हर्रई, पातालकोट समेत दूरदराज से आए थे। ये लोग बस-टैक्सी किराया तथा खान-पान में औसतन एक हजार रुपए खर्च कर गए थे।
इन जरूरतमंदों से बातचीत में यह तथ्य सामने आया कि मैदानी अधिकारी-कर्मचारी उनकी शिकायत सुन नहीं रहे हैं। निराकरण तो दूर की बात हैं। इससे उन्हें कलेक्ट्रेट आना पड़ रहा है। यदि उनकी समस्या स्थानीय स्तर पर हल कर ली जाती तो उन्हें हजारों रुपए खर्च कर छिंदवाड़ा नहीं आना पड़ता।
.....
जनसमूह दे रहा असंतोष की चेतावनी
सितम्बर-अक्टूबर माह में चलाए गए मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में 5 लाख आवेदन दर्ज हुए थे। उनमें ऐसे जरूरतमंदों के आवेदन भी रहे होंगे। इससे सवाल यह उभर रहा है किफिर उनका निराकरण क्या पूरी ईमानदारी से किया गया? क्यों कलेक्ट्रेट में इतनी लम्बी लाइन लग रही है? कहीं सरकारी सिस्टम फेल होने से ये जनाक्रोश और असंतोष की स्थिति तो नहीं है। इस पर सत्तारूढ़ दल के जनप्रतिनिधि, प्रभारी मंत्री और जिम्मेदार अधिकारी चिंतन करें, तभी वे अपने सुखद भविष्य के बारे में सोच सकते हैं। कलेक्टे्रट में उमड़ता जनसमूह कहीं न कहीं चेतावनी दे रहा हैं।
....
रहवासियों ने राशन दुकान से की अनाज वितरण की मांग
अतिरिक्त कलेक्टर ने जनसुनवाई कार्यक्रम में सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से आए लोगों के 204 आवेदनों की सुनवाई की। जनसुनवाई में ग्राम मेहगोरा की सोनम यदुवंशी ने राजस्व रिकार्ड की जमीन में हेराफेरी व छेड़छाड़ को ठीक करने, ग्राम कुकुरमुंडा की बाला बाई ने पावती बनाने, ग्राम खिरेटीमाल के हेमंत कवरेती ने मजदूरी की बकाया राशि दिलाने, ग्राम कुरंगला की बसंती भारती ने पति की वाहन दुर्घटना में मृत्यु होने पर आर्थिक सहायता दिलाने, छिंदवाड़ा नगर के सोहनलाल कुमरे ने स्थाई जाति प्रमाण पत्र बनाने, ग्राम पंचायत मोहपानीमाल के सभी ग्रामवासियों ने उचित मूल्य की दुकान से राशन का वितरण आदि के आवेदन दिए।
.....