दमुआ से पैदल आलमोद काजरी का रास्ता रुका, बारिश में नदी-नाले उफनाए
लगातार बारिश से नागद्वार यात्रा में रुकावट आ रही है। दमुआ के पास बोर नाला के शुक्रवार को उफान पर आने से यात्रा रुकी रही। नागद्वार यात्री परेशान होते रहे। इसके अलावा इस क्षेत्र के नदी-नालों में बहाव बना रहा। इससे यात्रा में परेशानी उठानी पड़ी।
महाराष्ट्र से नागद्वारी आने वाले यात्री नवेगांव होते हुए मोरखा आते हैं। फिर यहां से जुन्नारदेव के निमोटी पहुंचते हैं। यही छिंदवाड़ा जिले का सीमावर्ती गांव है। यहां से पैदल दमुआ, हिरदागढ़ की यात्रा होती है। फिर कांगड़ा, गोरखघाट से होते हुए आलमोद पहुंचकर नागद्वार यात्रा का एक पड़ाव पूरा करते हैं। यहीं मार्ग पर बोर नाला भी है। यह शुक्रवार को भारी बारिश से उफान पर रहा। इससे नागद्वारी यात्रा रुकी रही। दोनों तरफ जाम लगा रहा। मार्ग खुलने पर यात्री निकल पाए। दमुआ पुलिस के बैरिकेड्स इस मार्ग पर बने रहे।
सुबह से ही तेज बारिश होती रही। इससे जनजीवन प्रभावित रहा। दिन में शाम पांच बजे मौसम खुला तो लोग बाजार करने सडक़ पर दिखाई दिए। बारिश में आवश्यक कामकाज से ही जनसामान्य सरकारी दफ्तरों में नजर आया।
मानसूनी बारिश से कट्टा नदी उफान पर रही। पुल ओवरफ्लो होकर बहता रहा। इसी तरह शहर के पातालेश्वर मार्ग पर नाला भर जाने पर बरसात का पानी मुख्य सडक़ मार्ग पर आ गया। इससे रास्ते पर राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा।