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नए वित्तीय वर्ष में अब तक नहीं आया सातों विधायकों का ये फंड

-हर विधायक के पास आता है 2.50 करोड़ का बजट,जनप्रतिनिधियों को सडक़ समेत हर निर्माण कार्य की जरूरत

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Emergency Fund

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नए वित्तीय वर्ष 2025-26 में विधायक कमलनाथ समेत सात विधायकों को अपनी विधायक निधि के फंड का इंतजार है। अब तक यह राशि जिला मुख्यालय नहीं पहुंची है। उनके समर्थकों और जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र में सडक़, नाली, चबूतरा, पुल-पुलिया समेत अन्य विकास कार्य के लिए इसकी जरूरत है।


जिला योजना कार्यालय के अनुसार जिले के सात विधायकों को विधायक निधि में 2.50 करोड़ व 75 लाख रुपए का स्वेच्छानुदान प्रतिवर्ष का प्रावधान है। नए वित्तीय वर्ष 2025-26 एक अप्रेल से लागू हो चुका है। तब से अब तक विधायकों का यह फंड अब तक नहीं आया है।

इस विषय में चौरई विधायक चौधरी सुजीत सिंह से पूछा गया तो उनका कहना था कि मार्च में विधानसभा का बजट सत्र देर तक चलने की वजह से विधायक निधि अब तक नहीं आई है। ऐसा नहीं होता तो ये राशि पहुंच गई होती। जैसे ही विधायक निधि आएगी, वैसे ही विकास राशि के खर्च की अनुशंसा कर सकेंगे। इसके साथ ही गंभीर, बीमारी से पीडि़त जरूरतमंदों को स्वेच्छानुदान राशि भी दे सकेंगे।

पिछले साल आठ माह करनी पड़ी थी प्रतीक्षा

पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में लोकसभा चुनाव होने से विधायक कमलनाथ, चौधरी सुजीत सिंह, कमलेश शाह, सोहन बाल्मीक, सुनील उइके, विजय चौरे और निलेश उइके को विधायक निधि के लिए आठ माह का इंतजार करना पड़ा था। इन विधायकों के चुनाव पिछले साल 2023 के नवम्बर-दिसम्बर माह में हुए थे। तब से अब तक उन्हें विधायक निधि नहीं मिल सकी थी। पिछले साल अगस्त में ये विधायक निधि की राशि पहुंची थी।