12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लापरवाही की भेंट चढ़ गया हजारों मीट्रिक टन गेंहू, अब यह पशुओं के भी खाने योग्य नहीं बचा

उठाव के लिए अफसर कागजी घोडे ही दोडाते रहे और बारिश के पानी में सड गया 14 हजार मीट्रिक टन गेहूं

less than 1 minute read
Google source verification
74937940.jpg

छिंदवाड़ा. चौरई के चंदनवाड़ा में ओपन कैप में रखा 14 हजार मीट्रिक टन गेहूं बारिश में खराब हो गया। बालियां तक उग आई हैं। हालात यह हैं कि सड़ने से यह गेहूं पशुओं के भी खाने योग्य नहीं बचा। हैरानी की बात तो यह है कि जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों पर कोई कार्वाई भी नहीं हुई।अनाज के उठाव के लिए पत्र लिखा गया है।

सिवनी जिले के अधिकारियों ने 2020-27 में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की थी। करीब 70 हजार मीट्रिक टन गेहूं को ओपन कैप में रखा था। इससे बारिश के पानी में भीग गया। इसमें से करीब 14 हजार मीट्रिक टन गेहूं खराब हो गया है।

Must See: केंद्रीय कृषि मंत्री ने माना प्रदेश में खाद की शॉर्टज

अन्य कैंप में भी यही हाल
कहा जा रहा है कि इस ग्राम के अलावा दूसरे स्थानों पर ओपन कैप में रखे गेहूं की जांच की जाए तो ऐसे कई मामले निकल सकते हैं। जिला विपणन अधिकारी हीरेन्द्र रघुवंशी के अनुसार चंदनवाड़ा में सिवनी जिले का करीब 47 हजार मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण किया गया था। उसमें से नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा 32 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उठाव किया गया है। शेष 14 हजार मीट्रिक टन गेहूं की गुणवत्ता खराब हुई है। इस पर शासन को अवगत कराया गया है। खराब गेहूं अलग करवाने के बाद शेष का उठाव कराया जा रहा है।

Must See: तालाब की खुदाई में मिला कीमती खजाना, लूटने के लिए उमड़ पड़ी भीड़