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सड़क दलदल में तब्दील, फंस रहे वाहन

मोहखेड़ विकासखंड के ग्राम पठराखोकर से सांवरी जाने वाली सड़क बुरी तरह खराब हो गई जिससे ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है।

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अम्बामाली. मोहखेड़ विकासखंड के ग्राम पठराखोकर से सांवरी जाने वाली सड़क बुरी तरह खराब हो गई जिससे ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। ग्राम पठराखोकर की सड़क इतनी खराब हो चुकी है कि दोपहिया एवं चौपहिया वाहन नीचे उतरते उतरते फिसल कर गिर जाते है। बड़े चौपहिया वाहन तो यहां नहीं गुजरते। पठराखोकर से सांवरी जाने वाली इस सड़क से करीब पांच गांव के ग्रामीण आना-जाना करते हैं। जिसमें शंकरपुर, पठराखोकर, बरदिया, कलकोट, गोंविदवाड़ी आदि गांवों के लोगों को छिंदवाड़ा जाने के लिए दलदल भरी सड़क पार करके जाना होता है। स्कूल और ए कॉलेज जाने वाले बच्चो को रोजाना इस मुसीबत का सामना करना पड़ता है। ग्राम शंकरपूर से पठराखोकर तक पक्की सड़क का निमार्ण कार्य हो चुका है वहीं पठराखोकर से हतलेवा तक के सड़क ही नहीं बनी जबकि ग्रामीणो को इस सड़क की आवश्यकता है। पठराखोकर से सांवरी जाने के लिए हतलेवा होते हुए ही जाना पड़ता है। पठराखोकर से हतलेवा तक फिर कीचड़ वाली कच्ची सड़क है। वहीं हतलेवा से फिर गुबरेल तक पक्की सड़क का निमार्ण कार्य हो चुका है। अब ग्रामीणों ने पठराखोकर से हतलेवा तक पक्की सड़क निर्माण की मांग की है। पठराखोकर घाट का कीचड़ और पत्थरों को हटाया नहीं गा है जिससे किसी भी दिन कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की है कि जल्द से जल्द सड़क की इस समस्या का निराकरण करने की मांग की है।
इधर उपक्षेत्र अम्बाड़ा के अंतर्गत आने वाली भूमिगत मुआरी खदान एवं ओपन कास्ट खदान से कोयला भरकर निकलने वाले डंपरों की वजह से हिंगलाज मार्ग पूरी तरह से कीचड़ में तब्दील हो जाता है। सड़क पर कीचड़ फैलने की वजह से मंदिर आवागमन करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा इस कीचड़ भरे मार्ग से पैदल आवागमन करने की वजह से श्रद्धालुओं को परेशानियों के साथ-साथ कपड़े भी खराब हो जाते हैं । ज्ञात हो हिंगलाज मंदिर जाने का रास्ता इसी मुुुआरी खदान के पास से होकर गुजरता है एवं खदान से कोयला भरकर डम्पर दिन भर इसी सड़क से आवाजाही करते हैं। यह डम्पर कोयले से ओवरलोड भरे होने की वजह से कोयला सड़क पर गिरता है एवं डम्परों चक्के में ***** कर चुरा बन जाता है और बारिश में वह कीचड़ में तब्दील हो जाता है। इसके अलावा उसी खदान क्षेत्र के सड़क के ऊपर अव्यवस्थित तरीके से डम्पर खड़े रहते हैं जो कहीं ना कहीं श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का कारण बनते हैं।
इस मामले को लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार वेकोलि प्रबंधक से शिकायत की गई एवं पुलिस में भी शिकायत की गई लेकिन ना ही वेकोलि प्रबंधक वाहनों को व्यवस्थित खड़ा करा पाई और न ही पुलिस कोई कार्रवाई कर सकी। जिसकी वजह से इन डम्पर चालकों के हौसले बुलंद है। सड़क पर कीचड़ की वजह से पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है वहीं दो वाहन भी फिसल जाते है।