चैत्र मास की नवरात्रि आज से शुरू हो चुकी है। ऐसे में धर्म नगरी चित्रकूट में चैत्र मास के नवरात्रि के पहले दिन देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली है। सुबह से ही देवी भक्त देवी मंदिरों में पहुंचकर देवी मां की पूजा अर्चना करते हुए नजर आ रहे हैं।
वहीं नवरात्रि को देखते हुए प्रशासन ने देवी मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। आपको बता दें कि देवी भक्त सुबह से ही देवी मंदिरों में पहुंचकर देवी मां को जलाअभिषेक कर अपने तौर तरीके से पूजा पाठ करते हुए नजर आ रहे हैं।
प्रथम दिन शैलपुत्री का होता है पूजन
नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम रूप श्री शैलपुत्री का पूजन किया जाता है.मां के इस भव्य स्वरूप की उत्पत्ति शैल यानी पत्थर से हुई है। और इसीलिए मां को शैलपुत्री नाम से जाना जाता है। मां के इस स्वरुप को वृषारूढ़ भी कहते हैं। क्योंकि मां शैलपुत्री का वाहन वृष यानी बैल है।
हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व
हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है.इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा की जाती है.नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना की जाती है। नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री का होता है।
9 स्वरूपों में मां शैलपुत्री पहला रूप
मां दुर्गा के 9 स्वरूपों में मां शैलपुत्री पहला रूप हैं। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में पैदा होने के कारण इनका नाम ‘शैलपुत्री’ पड़ा.ऐसे में पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।