भद्राकाल में ना बांधे राखी: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट निवासी ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज मिश्र बताते हैं "भाइयों को राखी बांधते समय मुहूर्त का खास ध्यान रखना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि भाईयों को भूलकर भी भद्रा या राहुकाल में राखी नहीं बांधना चाहिए। ऐसा करने से भाईयों को जीवन में कई संकटों का सामना करना पड़ सकता है।"
काले रंग की राखी: रक्षाबंधन के दिन भूलकर भी भाईयों को काले रंग का रक्षासूत्र ना बांधें। इससे भाईयों के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। भाई को लाल, पीले, नारंगी और गुलाबी रंग की राखी बांधना शुभ माना जाता है।
भाई का सिर ढकें: राखी बांधने से पहले भाईयों के सिर को किसी साफ कपड़े या तौलिए से ढका हुआ होना चाहिए। साथ ही भाई के दाएं हाथ पर हमेशा कलाई बांधनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भाई की आयु लंबी होती है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
टूटे चावल का अक्षत न लगाएं: भाइयों को राखी बांधते समय कभी टूटे-चावल का अक्षत नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इसलिए भाई को हमेशा साबुत चावल के दाने से तैयार अक्षत का ही तिलक लगाएं।
भाई का मुख दक्षिण दिशा में न हो: पंडित मनोज मिश्र बताते हैं कि राखी बांधते समय दिशा का भी खास ध्यान रखें। राखी बांधते समय भाई का मुख दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। भाईयों को हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही राखी बंधवाना चाहिए।
Vishnu Bajpai
विष्णु बाजपेई मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं। प्रिंट मीडिया में अमर उजाला, हरिभूमि, दैनिक भास्कर, हिन्दुस्तान के विभिन्न पदों पर रहते हुए पत्रकारिता के कई आयामों पर काम किए। वर्तमान में राजस्थान पत्रिका समूह की डिजिटल डेस्क के सीनियर पद पर कार्यरत। क्राइम, कोर्ट, प्रशासन, कृषि और पॉलिटिक्स में विशेष रुचि।