
दूसरे दिन भी गुर्जर समाज का कलक्ट्री चौराहे पर पड़ाव, मुआवजे पर बनी बात
चित्तौडग़ढ़
बजरी विवाद को लेकर दस दिन पहले रिठौला हाईवे पर फायरिंग में घायल हुए युवक पुष्कर की मौत के बाद मुआवजे पर अड़े गुर्जर समाज का गुरूवार को दूसरे दिन भी कलक्ट्रेट चौराहे पर पड़ाव जारी रहा। शाम को तीस लाख के मुआवजे पर सहमति के बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार बजरी विवाद को लेकर 18 जुलाई को रिठौला हाईवे स्थित हीरा होटल पर दो पक्षों में कहासुनी के बाद एक पक्ष ने फायरिंग कर दी, जिसमें बोजुंदा निवासी पुष्कर गुर्जर, राजेश, मुकेश व डालू घायल हो गए थे। पुष्कर की अहमदाबाद में उपचार के दौरान मौत हो गई। इससे गुस्साए गुर्जर समाज ने समाज के प्रदेशाध्यक्ष रामप्रसाद धाबाई, कैलाश गुर्जर सामरी व कमल गुर्जर के नेतृत्व में यहां कलक्ट्रेट चौराहे पर पड़ाव डाल दिया। बुधवार को रात करीब ढाई बजे पुष्कर का शव चित्तौडग़ढ़ पहुंचा। पुलिस ने शव को सांवलिया जी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। इधर कलक्ट्रेट चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे समाज के लोग भी अस्पताल पहुंच गए। इस मामले में जिला प्रशासन व गुर्जर समाज के प्रबुद्ध लोगों के बीच वार्ता का दौर चला, लेकिन मुआवजे पर सहमति नहीं बनी। गुर्जर समाज मृतक के परिजनों को दो करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग कर रहा था। समाज के लोगों का कहना था कि मृतक पुष्कर का एक भाई विक्षिप्त है। ऐसे में परिवार का भरण-पोषण करने वाला कोई नहीं है। घटना में गंभीर घायल राजेश गुर्जर को एक करोड़ रुपए तथा मुकेश व डालू को पचास-पचास लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की गई। बात नहीं बनने पर गुरूवार को सुबह समाज के लोग अस्पताल की मोर्चरी से कलक्ट्रेट चौराहा पहुंच गए और सड़कों पर बैठक प्रदर्शन शुरू कर दिया। शाम तक समाज के लोग कलक्ट्री चौराहे की सड़कों पर जमे रहे।
छावनी बना कलक्ट्री चौराहा
समाज के प्रदर्शन को देखते हुए कई थानों के प्रभारियों को चित्तौडग़ढ़ बुला लिया गया, जो बुधवार से ही यहां तैनात है। इसके अलावा यहां अतिरिक्त पुलिस जाप्ता भी तैनात कर दिया गया, जिससे कलक्ट्रेट चौराहा छावनी बन गया।
सड़क पर डाला पड़ाव
ज्ञापन देने के बाद गुर्जर समाज के लोगों ने कलक्ट्री चौराहे पर सड़क पर ही पड़ाव डाल दिया। बड़ी संख्या में समाज के लोग सड़क पर बैठ गए। ऐसे में पुलिस को बैरिकेट्स लगाकर यातायात व्यवस्था में बदलाव करना पड़ा। रात तक समाज के लोग सड़क पर ही पड़ाव डाले रहे।
तीस लाख के मुआवजे पर बनी सहमति
राजस्थान धरोहर प्राधिकरण अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत, जिला कलक्टर पीयूष सामरिया व गुर्जर समाज के प्रबुद्ध लोगों के बीच गुरूवार को फिर वार्ता शुरू हुई। बाद में तीस लाख रुपए के मुआवजे पर सहमति बनी। इसके बाद समाज ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया। पुष्कर के शव को उसके पैतृक गांव पीपली गुजरान ले जाया गया है। जहां प्राधिकरण अध्यक्ष जाड़ावत सहित बेगूं विधायक राजेन्द्रसिंह बिधूड़ी आदि भी पहुंचे।
Published on:
27 Jul 2023 09:16 pm
बड़ी खबरें
View Allचित्तौड़गढ़
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
