चित्तौड़गढ़

Rajasthan: ‘गढ़ तो चित्तौड़गढ़ बाकी सब गढ़ैया’… फोर्ट को निहारने वालों की संख्या तोड़ रही रेकॉर्ड, अब तक इतने पर्यटक पहुंचे

किले में विजय स्तंभ, नौ लखा भंडार, मीरा मंदिर, कालिका माता मंदिर, गोमुख कुंड और कीर्ति स्तंभ जैसे कई ऐतिहासिक स्थल हैं जो अपने आप में इतिहास को समेटे हुए हैं। इसे देखने के लिए प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं। छुट्टियों के दिनों में इनकी संख्या हजारों में पहुंच जाती है।

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विश्व धरोहर में शामिल चित्तौड़ दुर्ग, पत्रिका फोटो

Chittorgarh: चित्तौड़ दुर्ग को लेकर एक कहावत प्रचलित है कि ‘गढ़ तो चित्तौडगढ़ बाकी सब गढ़ैया। विश्व विरासत में शुमार हमारे दुर्ग की ख्याति दुनिया भर में फैली हुई है। इसको निहारने आने वाले पर्यटकों की संख्या प्रतिवर्ष रेकार्ड तोड़ रही है। पिछले साल दुर्ग में अब तक के सर्वाधिक 8.92 लाख से अधिक देशी - विदेशी पर्यटक पहुंचे थे। त्याग, तपस्या और शौर्य की भूमि कहे जाने वाले चित्तौड में बना दुर्ग हजारों वर्षों के इतिहास का साक्षी है। दुर्ग की चौड़ी दीवारें और नक्काशी स्थापत्य कला की बेजोड़ मिशाल है। विश्व धरोहर में शामिल दुर्ग का निर्माण अपने आप में अनूठा है।

किले में विजय स्तंभ, नौ लखा भंडार, मीरा मंदिर, कालिका माता मंदिर, गोमुख कुंड और कीर्ति स्तंभ जैसे कई ऐतिहासिक स्थल हैं जो अपने आप में इतिहास को समेटे हुए हैं। इसे देखने के लिए प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं। छुट्टियों के दिनों में इनकी संख्या हजारों में पहुंच जाती है। 700 एकड़ में फैले दुर्ग को देखने के लिए 4-5 घंटे चाहिए। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग के अन्तर्गत आने वाले दुर्ग की देखभाल की जिम्मेदारी पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की है। पर्यटकों के लिए टिकट भी निर्धारित किया गया है।

दुर्ग की विशालता पर एक नजर

180 मीटर ऊंची पहाड़ी पर स्थित दुर्ग
700 एकड़ में फैला है चित्तौड़ दुर्ग
सात किमी लंबा और 2.8 किमी चौड़ा

कई फिल्मों की हुई शूटिंग

दुर्ग की लोकेशन और इसकी बसावट बहुत अच्छी होने के कारण यहां पर कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। जानकारों के अनुसार यहां पर देवानंद की गाइड फिल्म की शूटिंग हुई थी। इसके बाद सलमान खान की प्रेमरत्न धन पायो और रणवीर और दीपिका की फिल्म ये जवानी है दिवानी का कुछ हिस्सा यहां पर फिल्माया गया था। इसके बाद से पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है।

मंदिरों में दर्शन के लिए उमड़ती हजारों की भीड़

दुर्ग पर मीरा मंदिर, कालिका माता मंदिर, बाण माता, नील कंठ महादेव, लक्ष्मीमाता मंदिर आदि स्थित हैं। यहां पर प्रतिदिन सैकडों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं। इसके साथ ही सावन और दीपावली पर सर्वाधिक भीड़ रहती है। हालांकि इसमें अधिकांश स्थानीय लोग ही होते है।

साल देशी विदेशी कुल
2018 532013 3479 535492
2019 607177 5674 612851
2020 184707 2341 187048
2021 688370 0150 688520
2022 796112 0682 796794
2023 842648 2272 844920
2024 890456 1640 892096
2025 367378 1663 366841 अब तक
Updated on:
26 Jun 2025 09:57 am
Published on:
26 Jun 2025 09:55 am
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