चित्तौडगढ़़. सरकारी योजनाओं का लाभ दिव्यांगजनों तक पहुंचाने के लिए बनने वाले यूडीआईडी कार्ड पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग कुंडली मारकर बैठा है। विभाग की लचर कार्य प्रणाली के कारण जिले के 4736 दिव्यांगजनों के कार्ड विभाग स्तर पर अटके हुए हैं। इसके मिलने पर ही उन्हें पेंशन और अन्य सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। सरकार की ओर दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिए जाने के लिए यूडीआईडी (यूनिक डिसेबिलिटी आईडी) कार्ड आवश्यक है। इससे वह देश के किसी भी कोने में केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार ने पिछले साल ही यूडीआईडी कार्ड को अनिवार्य किया है। सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग की ओर से दिव्यांगजनों को प्रतिमाह पेंशन उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए प्रतिवर्ष वैरीफिकेशन किया जाता है। ऐसे में दिव्यांगजनों को इसका लाभ लेने के लिए यूडीआईडी कार्ड आवश्यक है, लेकिन स्थिति यह है कि जिले के 4736 दिव्यांगजनों के कार्ड चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न स्तर पर कई माह से लम्बित चल रहे हैं। इसके कारण दिव्यांगजन कभी विभाग के पास तो कभी सीएमएचओ कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कहीं भी उन्हें सही जवाब नहीं मिल रहा है। उल्लेखनीय है कि सरकार की ओर से दिव्यंागजनों को प्रतिमाह 1250 रुपए पेंशन उपलब्ध कराई जाती है।
दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड के लिए ई-मित्र के माध्यम से आवेदन करना होता है। यह आवेदन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पास जाता है। आवेदन के साथ अपलोड प्रमाण पत्र की जांच करने के पश्चात दिव्यांग जन को जांच के लिए बुलाया जाता है। सीएमएचओ उसे परीक्षण के लिए मेडिकल ऑफिसर के पास भेजता है। जांच के बाद मेडिकल बोर्ड से फिर से जांच कराई जाती है। जांच रिपोर्ट सीएमएचओ के पास जाती है। वहां पर संतुष्ठ होने पर सीएमएचओ यूडीआईडी कार्ड जारी करते हैं। यही प्रक्रिया नए आवेदनों की भी है। जानकारों की मानें तो सीएमएचओ स्तर पर, मेडिकल ऑफिसर स्तर और मेडिकल बोर्ड स्तर पर आवेदन लम्बित चल रहे हैं।
दिव्यांगजन के यूडीआईडी कार्ड नहीं होने के कारण वैरीफिकेशन नहीं हो पा रहा है। इससे उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है। कार्ड जारी करने के लिए सीएमएचओ को निवेदन किया है। जल्द ही शेष कार्ड जारी होने की उम्मीद है।
यूडीआईडी कार्ड के लिए आवेदन के अनुसार ब्लॉक स्तर पर कैंप लगाए जा रहे हैं। एक हजार आवदेनों को तो आगामी एक सप्ताह में निस्तारण कर दिया जाएगा। शेष कार्ड भी जल्द जारी कर दिए जाएंगे। प्रतिदिन 50-60 नए आवेदन आ रहे हैं। इसके कारण संख्या बढ़ रही है।
Updated on:
15 Jun 2025 11:31 am
Published on:
15 Jun 2025 11:21 am