
Acharya Mahashraman-- मातृधरा पर आचार्य महाश्रमण का पदाभिषेक, साक्षी बने सैकड़ों लोग
चूरू (सरदारशहर). तेरापंथ के ग्यारहवें अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण का युगप्रधान पदाभिषेक कार्यक्रम मंगलवारको हुआ। इस दौरान भीषण गर्मी में आस्था परवान पर रही। कार्यक्रम में देश के 23 राज्यों सहित विदेशों से भी श्रद्धालु शामिल हुए। इससे पूर्व आचार्य करीब पांच किमी. विहार कर धवल सेना के संग स्थानीय बीडीएस कॉलेज स्थित तिरंगा स्टेडियम में पहुंचे। समूचे मार्ग के दोनों ओर पंक्तिबद्ध खड़े श्रद्धालुओं के जयघोष से वातावरण गुंजायमान हो उठा। स्टेडियम में मुनि-साध्वियों तथा उपासकों ने आगमसूक्त व णमोत्थुणं सहित विभिन्न पाठों का वाचन कर आचार्य का स्वागत किया। कार्यक्रम में साध्वी विश्रुतविभा ने युगप्रधान परंपरा व अर्हता के बारे में बताया। साध्वी संबुद्धयशा ने आचार्य महाश्रमण के अवदानों को व्याख्यायित किया। मुनि कुमारश्रमण, साध्वी सुमतिप्रभा, प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष बाबूलाल बोथरा व सांसारिक जीवन में आचार्य के भाई सुजानमल दूगड़ ने भावाभिव्यक्ति दी। मुनियों-साध्वियों के साथ ही स्थानीय तेरापंथ समाज ने गीत का संगान किया। मुनि धर्मरुचि ने आचार्य के चरणों में काव्यांजलि ग्रंथ समर्पित किया गया। इस मौके पर बच्चों ने भावपूर्ण प्रस्तुति दी। पदाभिषेक की प्रक्रिया सात चरणों में पूरी हुई। अभिषेक के बाद मुख्यमुनि महावीर कुमार ने पदाभिषेक पत्र का वाचन किया। आचार्य ने कहा कि 60 वर्ष पूरे होने के बाद सातवें दशक में प्रवेश हो गया है।
सरदारशहर में जन्म लेने और दीक्षा के बाद आचार्य तुलसी और आचार्य महाप्रज्ञ ने खुले आकाश में उड़ान भरने के लिए प्रेरित किया। नौ मई, 2010 को यहीं आचार्य महाप्रज्ञ के महाप्रयाण के बाद धर्मसंघ ने अमल-धवल चादर ओढ़ाई। आचार्यपद के साथ आज सम्पूर्ण धर्मसंघ युगप्रधान के रूप में आभूषण प्रदान किया। चतुर्विध धर्मसंघ से प्राप्त सम्मान को मैं स्वीकार करता हूं। इस मौके पर उन्होंने अपने समस्त पूर्वाचार्यों का स्मरण भी किया। युगप्रधान आचार्य के साथ चतुर्विध धर्मसंघ ने संघगान किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार ने किया।
सखी सेन्टर का निरीक्षण, दी बाल विवाह अधिनियम की जानकारी
चूरू. राज. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलजीत ङ्क्षसह के निर्देशानुसार मंगलवार को सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रमोद बंसल ने सखी सेन्टर (वन स्टॉप सेन्टर) का निरीक्षण किया।
बंसल ने सेन्टर में कार्यरत स्टाफ से पीडि़त महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली और व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। पीडि़त महिलाओं को पुलिस सहायता, पैनल अधिवक्ता, पीएलवी इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध करवाने की जानकारी दी। बंसल ने बाल विवाह अधिनियम की जानकारी दी और इसके दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला। 138 एनआई एक्ट, धन वसूली एवं प्री-लिटिगेशन प्रकरणों में की गई प्री-काउंसङ्क्षलग के बारे में भी बताया। 14 मई को होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के महत्व के बारे में समझाया।
इस अवसर पर पीएनबी बैंक के अधिकारी व अधिवक्ता उपस्थित रहे। जिन्होंने ऑनलाईन पक्षकारों के साथ वार्ता कर प्रकरणों को निस्तारित करने के प्रयास किए। बंसल द्वारा बालिका आश्रय गृह का निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त कर निर्देश प्रदान किए। गृह परिसर में कोई भी बालिका प्रवेशित होना नहीं पाई गई। गृह में दी जाने वाली सुविधाओं एवं सुरक्षा व्यवस्था को भी देखा।
Published on:
11 May 2022 06:35 pm
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