जिले के गांवों से पैदल मार्च करते निकले किसानों का जत्थे चूरू कलक्ट्रेट परिसर के बाहर आकर मिले। इस दौरान उन्होंने बीमा क्लेम को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। किसानों की भीड़ को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
चूरू. जिले के गांवों से पैदल मार्च करते निकले किसानों का जत्थे चूरू कलक्ट्रेट परिसर के बाहर आकर मिले। इस दौरान उन्होंने बीमा क्लेम को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। किसानों की भीड़ को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। इस दौरान किसानों को अंदर प्रवेश करने से रोकने के लिए अवरोधक लगाए गए थे। इसके बाद अंबेडकर मूर्ति स्थल पर किसानों ने सभा शुरू की। इस सभा में किसान नेताओं ने राज्य और केन्द्र की सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। सभा के दौरान ही डीजे के पर नाचते-गाते आए किसानों का दल जैसे ही कलक्ट्रेट पहुंचा तो उनमें जोश आ गया और जोर जबरदस्ती कर कलक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया। इस दौरान आपस में धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने संयम बरतते हुए अपने आप को काबू में रखा। किसानों ने पुलिस की ओर से लगाए अवरोधकों को गिरा दिया। उनके उपर चढ़कर पुलिस से उलझते भी नजर आए। पुलिस ने उन्हे पीछे धकेलने का प्रयास किया लेकिन किसान कलक्ट्रेट में जाने की जिद पर अड़ रहे। इस दौरान उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया। बाद में पुलिस अधिकारियों ने ही उन्हे समझाकर सभास्थल पर जाने का आग्रह किया। इसके बाद किसान सभा स्थल पर लौट गए। सुबह से ही जिले भर से किसान पैदल कलेक्ट्रेट पहुंचने लगे थे। भारतीय किसान सभा के बैनर तले किसानों के द्वारा यहां धरना शुरू किया गया है। किसान सभा के महामंत्री एडवोकेट निर्मल कुमार ने बताया कि बकाया फसल बीमा क्लेम, क्रॉप कङ्क्षटग के आधार पर बीमा, किसानों को 6 घंटे बिजली, मनरेगा में छह सौ रुपए का भुगतान सहित 22 सूत्री मांगों को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। उनकी लंबे समय से चली आ रही वाजिब मांगों को माना नहीं जा रहा है। अखिल भारतीय किसान सभा ने 22 सूत्री मांग पत्र के माध्यम से कहा है कि 18जुलाई के अनुसार चूरू जिले की पांच तहसील राजगढ़, सिद्धमुख, तारानगर, सरदारशहर व चूरू के 181 पटवार हलकों का फसल बीमा क्लेम क्रोप कङ्क्षटग रिपोर्ट के आधार पर दिए जाने, खरीफ 2022 व रबी 2021-22 का बकाया बीमा क्लेम जारी करने, रबी2017-18, खरीफ 2018, रबी2018-19, खरीफ 2019 व रबी 2019-20 के दौरान बैंकों द्वारा प्रीमियम नहीं काटे जाने वाले पोर्टल पर अपलोड नहीं करने, पटवार हलके बदले जाने के कारण लम्बित फसल बीमा क्लेम दिलवाने, सत्यापन के नाम पर रबी 2021-22 का रोका गया क्लेम तत्काल दिलवाने की मांग की गई है। इस मौके पर अखिल भारतीय किसान सभा के सागर खाचरिया, निर्मल प्रजापत, चिमनाराम, पूर्णाराम, जिला अध्यक्ष इन्द्राजङ्क्षसह, महामंत्री छगन चौधरी, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष रामरतन सिहाग, यादव, गौरीशंकर सिधमुख, सुशीला कंवर, सुमन, विकास पारीक, श्रवण सहू, गोपीराम पुरोहित, सुनील पूनिया, रणसिह भाम्बू, रामकृष्ण छंींपा, बिशनङ्क्षसह सोलंकी, भादरराम, गिरधारी छींपा आदि ने विचार व्यक्त किए। किसानों की मांगों के तत्काल निस्तारण की सरकार से अपेक्षा की। आन्दोलन में चूरू, राजगढ़, रतनगढ़, सरदारशहर, तारानगर व सुजानगढ़ सहित विभिन्न क्षेत्रों के किसान शामिल हुए। प्रशासनिक अधिकारियों की वार्ता नहीं हुई। ऐसे में किसानों का महापड़ाव जारी है। किसान पड़ाव स्थल पर ही खाना बना रहे हैं।
रतनगढ़ से चूरू पहुंचा किसानों का जत्था
रतनगढ़. किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से किए जा रहे कलेक्ट्रेट घेराव को लेकर स्थानीय उप शाखा रतनगढ़ से किसानों का जत्था किसान सभा के ब्लॉक अध्यक्ष मदनलाल जाखड़, मंत्री बिरजूराम खीचड़,उपाध्यक्ष नौरंगराम सारण, उपाध्यक्ष भादर भामू, सीताराम झाझडिया सहित कई किसानों के साथ चुंगी नाका रतनगढ़ से रवाना हुआ। विभिन्न मांगों को लेकर जिले के सभी ब्लाकों से किसानों के पैदल जत्थे चूरू पहुंचे।