
चूरू. जिला मुख्यालय पर आलाधिकारियों का आवास उनका स्थाई ठिकाना माना जाता है। लेकिन चूरू में अब तक अपर पुलिस अधीक्षक को आवंटित होने वाला बंगला एक सिपाही को आवंटित कर दिया है। जिला कलक्टर की ओर से किए गए इस आवंटन के बाद पुलिस महकमें में चर्चाओं का दौर चल रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब एएसपी ने स्थानांतरण के बाद जोइन किया। हालांकि स्टेशन रोड पर िस्थत सरकारी क्वार्टर क्रमांक 76 -111-3 अभी खाली है। यहां ना तो कांस्टेबल ने अपना ठिकाना जमाया और ना ही एएसपी के लिए बंगला तैयार हो पा रहा है।
पहले बाबू...फिर कांस्टेबल
स्टेशन रोड पर िस्थत इस बंगले में लम्बे समय से अपर पुलिस अधीक्षक का परिवार रहता है। यहां तक की एसपी बनने से पहले एएसपी रहते हुए राजेन्द्र कुमार मीणा भी इसी आवास में रहते थे। एएसपी का तबादला होने के कारण आवास खाली हो गया था। इसे पहले कलक्ट्रेट स्थित निर्वाचन शाखा के कनिष्ठ सहायक संदीप कुमार को आवंटित किया गया था। इसके बाद 14 फरवरी को आवास का आंवटन निरस्त कर पुलिस लाईन में कार्यरत कांस्टेबल दिनेश को आवंटित कर दिया गया। एएसपी के आवास का आवंटन कांस्टेबल को करना पुलिस महकमे के साथ शहर में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
97 आवास में से 32 कंडम
सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से 25 जनवरी को जारी की गई सूची के मुताबिक जिला मुख्यालय पर विभिन्न श्रेणियों के कुल 97 सरकारी आवास वर्तमान में मौजूद हैं। जिनमें से 32 आवास कंडम घोषित हैं। वर्तमान में 65 आवासों में जिला स्तर के आला अधिकरियों से लेकर चतुर्थ श्रेणी तक के कार्मिक निवास कर रहे हैं।
इनमें रहते हैं ये अधिकारी
प्रथम श्रेणी के आवास में जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक रहते हैं। द्वितीय श्रेणी के आवास में अतिरिक्त जिला कलक्टर स्तर के अधिकारी रहते हैं। तृतीय श्रेणी के आवासों में वरिष्ठ आरएएस से लेकर राजपत्रित व एएसपी स्तर के अधिकारी निवास करते हैं। चतुर्थ श्रेणी के आवास में कांस्टेबल, गनमैन व सहायक अधिकारी स्तर के कार्मिक निवास करते हैं। पांचवी श्रेणी के आवास में चतुर्थ श्रेणी स्तर के अधिकारी रहते हैं।
इनका कहना है
इस तरह का मामला मेरी जानकारी में नहीं है। अगर आवंटन हुआ है तो इसका पता करवाया जाएगा।
पुष्पा सत्यानी, कलक्टर, चूरू
Published on:
08 Mar 2024 01:06 pm
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