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शेखावाटी के इस अस्पताल में दूरबीन से हुआ पहला ऑपरेशन, जानिए इसकी खास बातें

राजकीय डेडराज भरतिया अस्पताल चूरू में पहली बार मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसरों की टीम ने दूरबीन से ऑपरेशन किया।

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operation in Bhartiya Hospital churu

चूरू. मेडिकल कॉलेज से जुड़े राजकीय डेडराज भरतिया अस्पताल में शुक्रवार का दिन अनेक मरीजों के लिए बड़ी राहत लेकर आया। अस्पताल में पहली बार मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसरों की टीम ने दूरबीन से ऑपरेशन किया। इससे पहले यहां दूरबीन से केवल महिलाओं की नसबंदी ही की जाती थी। लेकिन अब यहां दूरबीन से कई बड़े ऑपरेशन होंगे। तारानगर के गांव भनीण निवासी कृष्ण कुमार (22) ने बताया कि करीब छह माह से उसके पेट में दिक्कत हो रही थी।

15 दिन पहले भरतिया अस्पताल में डा. जेपी चौधरी को दिखाया था। उन्होंने दूरबीन से ऑपरेशन के लिए कहा था। वहीं, लेप्रोस्कोपी विशेषज्ञ सहायक प्रो. डा. जेपी चौधरी ने बताया कि मरीज के पित्त की थैली में पोलिप था। इसके कारण मरीज के पेट दर्द हो रहा था। 13 दिसंबर को उसे भर्ती किया गया था। शुक्रवार को करीब एक घंटे तक चले ऑपरेशन में बीमारी को निकाल दिया गया है। मरीज अब स्वस्थ्य है।
इस टीम ने किया ऑपरेशन
सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डा. गजेन्द्र सक्सेना के मार्गदर्शन में लेप्रोस्कोपी विशेषज्ञ सहा. प्रो. डा. जेपी चौधरी, सहा. प्रो. डा. महेन्द्र खीचड़, एनेस्थीसिया विभाग से सहा. प्रो. डा. दीपक चौधरी, डा. जेपी सिगड़, डा. प्रमोद अग्रवाल, नर्सिंग कर्मी देवीदान, अनिता व वार्ड ब्वॉय मनराज ने सहयोग किया। दूरबीन से ऑपरेशन शुरू होने पर पंचायत मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने ऑपरेशन टीम, प्रिंसिपल डा. वीरबहादुर सिंह तथा अधीक्षक डा. जेएन खत्री को बधाई दी। उन्होंने जिले के अधिकाधिक मरीजों को इसका लाभ देने को कहा। अधीक्षक खत्री ने बताया कि आने वाले समय में मरीजों को इससे बड़ा फायदा मिलेगा।

क्या है दूरबीन ऑपरेशन की विशेषता
दूरबीन ऑपरेशन से मरीज को कम से कम दर्द होता है। चीर-फाड़ कम से कम होती है, जरूरी स्थानों पर छोटे-छोटे कट लगाए जाते हैं। कट में एक व दो से अधिक टांके नहीं लगते। मरीज को 48 घंटे में अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। इसके अलावा एक सप्ताह के अंदर मरीज सामान्य रूप से अपने सारे दैनिक काम भी कर सकता है।

अब दूरबीन से होंगे यह ऑपरेशन
डा. चौधरी ने बताया कि इस पद्धति से अब भरतिया अस्पताल में पित्त की थैली, अपेंडिक्स, आंत से संबंधित ऑपरेशन किए जा सकेंगे। इससे आर्थिक कमजोर वर्ग के मरीजों को काफी फायदा होगा। चूंकि इस ऑपरेशन के लिए निजी अस्पतालों में कम से 20 हजार रुपए लिए जाते हैं, जो भरतिया अस्पताल में निशुल्क किया गया।