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एफएसएल व सीएफएसएल रिपोर्ट आने के बाद फिर से होगा क्राइम सीन

आनंदपाल एनकाउंटर में एसपी सहित 250 लोगों के बयान दर्ज

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चूरू.

आनंदपाल सिंह एनकाउंटर मामले की जांच में जुटी सीबीआई की टीम गत छह जनवरी से चूरू में डेरा डाले हुए है। मामले में अब तक करीब 250 लोगों से पूछताछकर उनके बयान दर्ज किए जा चुके हैं। जिनमें राजस्थान, हरियाणा पुलिस, राजपूत समाज के नेता, आनंदपाल सिंह व मालासर के श्रवण सिंह के परिजन भी शामिल हैं। मामले की जांच कर रहे सीबीआई के डीएसपी सुनीलसिंह रावत ने बताया कि दिल्ली से सीएफएसएल की रिपोर्ट आ चुकी है। मगर बीकानेरजयपुर की एफएसएल रिपोर्ट आनी बाकी है। ये रिपोर्ट आने के बाद गांव मालासर में एक बार फिर से आनंदपाल सिंह एनकाउंटर का क्राइम सीन तैयार किया जाएगा। जिसमें एनकाउंटर के समय मौजूद राजस्थान, हरियाणा, एसओजी व एटीएस के सभी अधिकारी व जवान उपस्थित होंगे।


इसके अलावा सीएफएसएल टीम भी मौके पर मौजूद रहेगी। वहीं एनकाउंटर के दौरान एपी के पास मिले हथियार व पुलिसकर्मियों के हथियार व कारतूस आदि को एफएसएल जांच के लिए भिजवाया गया है। डीएसपी रावत के मुताबिक मई माह में ही सीबीआई की टीम ने डीडवाना में आनंदपाल की मां, मामा व ससुराल पक्ष के लोगों से काफी समय तक पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए हैं। इसके अलावा मई माह में ही चूरू एसपी राहुल बारहट से पूछताछ के बाद बयान दर्ज किए गए हैं। पूछताछ व बयान के अलावा टीम ने एनकाउंटर में शामिल पुलिस अधिकारियों की कॉल डिटेल खंगालने के साथ ही टोल नाकों पर जाकर भी पूछताछ की है।

अब तक नहीं हुए पत्नी के बयान
सीबीआई की टीम ने आनंदपाल सिंह एनकाउंटर के मामले में उसकी मां निर्मल कंवर, मामा व ससुराल पक्ष के लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं। मगर अब तक उसकी पत्नी राज कंवर के बयान दर्ज नहीं हुए हैं।

पेशी के दौरान फरार हुआ था एपी
सितंबर 2015 को परबतसर में पेशी के दौरान पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद एपी राजस्थान पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन गया था। इस दौरान आनंदपाल सिंह ने अनेक वारदातों को अंजाम दिया। जिस पर आनंदपाल सिंह पर पांच लाख रुपए का ईनाम घोषित किया गया था।

खंगाली गई है कॉल डिटेल
सीबीआई के डीएसपी रावत ने बताया कि एनकाउंटर में शामिल पुलिस अधिकारियों व जवानों के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई है। इसके अलावा मामले मेें जुड़े सभी तथ्यों की बारीकी से जांच की जा रही है।

26 दिसंबर को मामले की जांच सीबीआई को सौंपना तय हुआ
राजपूत व रावणा राजपूत समाज की मांग के बाद 24 जुलाई 2017 को राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र भेजकर मामले की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश की थी। मगर १५ नवंबर 2017 को सीबीआई ने जांच से इंकार कर दिया था। इसके बाद 17 दिसम्बर 2017 को राज्य सरकार ने फिर से रिमाइंडर भेजा। जिसमें प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगडऩे का हवाला दिया गया। 26 दिसम्बर को यह साफ हो गया था कि आनंदपाल मामले में जांच सीबीआई की ओर से की जाएगी। छह जनवरी 2018 को सीबीआई ने मालासर में एनकाउंटर व, सांवराद में उपद्रव को लेकर तीन मामले दर्ज किए थे।

मालासर में हुआ था एनकाउंटर
पांच लाख के ईनामी आनंदपाल सिंह का २४ जून २०१७ को रतनगढ़ तहसील के गांव मालासर में श्रवण सिंह राजपूत के घर में राजस्थान व हरियाणा पुलिस तथा एसओजी की ओर से एनकाउंटर किया गया था। जिसमें 25 जून को रतनगढ़ के राजकीय अस्पताल अस्पताल में मेडिकल बोर्ड की ओर से शव का पोस्टमार्टम किया गया था। उसके बाद एक जुलाई को चूरू के राजकीय डेडराज भरतिया अस्पताल में मेडिकल बोर्ड की टीम से आनंदपाल सिंह के शव का दूबारा पोस्टमार्टम किया गया था। दो जुलाई की सुबह पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में गांव सांवराद में एपी के परिजनों को उसका शव सौंप दिया गया था।