
Heliborne Survey - हेलीकॉप्टर से क्षेत्र में हेलीबोर्न सर्वे: पीने के पानी की समस्या का होगा स्थायी समाधान
चूरू. सादुलपुर गत कई दिनों से आकाश में उड़ान भर रहा हेलीकॉप्टर, लोगों के लिए कौतुहल का विषय बना हुआ था। तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। कारण नहीं मालूम होने से चर्चा का विषय भी रहा। सोमवार को इस बात का खुलासा हुआ कि हेलीकॉप्टर सांसद राहुल कस्वां के प्रयासों से केंद्र सरकार की योजना अंतर्गत क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या का स्थायी समाधान व विभिन्न प्रकार की जांच के लिए उड़ान भर रहा था।
सांसद राहुल कस्वां ने बताया कि बताया कि चूरू लोकसभा क्षेत्र में पीने के पानी की बहुत बड़ी समस्या है। चूरू ब्लाक डार्क जोन में भी व भविष्य में यह समस्या गम्भीर होने वाली है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार का जल शक्ति मंत्रालय पूरे देश में हेलीबोन सर्वे करवा रहा हैं, इसके तहत चूरू लोकसभा का भी चयन करवाया गया। चूरू में सीएसआईआर एन जी आर आई राष्ट्रीय भूभौतिकी अनुसंधान संस्थान हैदराबाद द्वारा हेलीकॉप्टर से अंडर ग्राउंड वाटर का सर्वे करवाया जा रहा है। हेलीकॉप्टर में एसी लूप मशीन लगी है जिसकी सहायता से जमीन से 500 मीटर तक विद्युत चुंबकीय तरंगों द्वारा गहराई में पानी की स्थिति का पता लगाया जा सकता है। कस्वा ने बताया कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि किस तरह से चूरू लोकसभा क्षेत्र के लोगों को को पीने का पानी सहजता से मिल सके। कस्वा ने बताया गत तीन सप्ताह से सर्वे का काम चल रहा है इसी सप्ताह इसे पूरा कर लिया जाएगा
वैज्ञानिकों की जुबानी
सांसद राहुल कस्वा के निर्देशानुसार गांव हरपालु के खेल मैदान सांसद दिशा कमेटी के सदस्य डॉ कुलदीप पूनिया ने सीएसआईआर एन जी आर आई के वैज्ञानिकों से मुलाकात कर चूरू जिले की सर्वे की प्रगति रिपोर्ट ली जिसमे वैज्ञानिको ने बताया कि आज तक 13 हजार वर्ग किलोमीटर का सर्वे करवा लिया। लगभग 4500 वर्ग किलोमीटर लाईन का सर्वे किया गया है जहां पानी तो है लेकिन यह पीने योग्य है या नहीं, इसकी जांच भू-जल विभाग करेगा तथा सर्वे की रिपोर्ट जल शक्ति मंत्रालय व भूजल बोर्ड को सोपेंगे।
अधिकारियों ने बताई बात
सी एस आई आर एन जी आर आई निदेशक वीरेंद्र मणी तिवाड़ी ने बताया कि यह सर्वे का कार्य केंद्र सरकार के निर्देशन में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा करवाया जा रहा है। जिसके द्वारा जमीन में पानी के सोर्स का पता लगाया जाएगा । सर्वे होने पर एक क्लिक में हमें पानी की पूरी स्थिति का पता चल सकेगा। यह बहुत ही जनउपयोगी सेवा है जिसके भविष्य में बहुत ही सकारात्मक परिणाम निकलेंगे।
चूरू के सी एस आई आर एन जी आर आई के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ अखिल मिश्रा ने बताया कि अब तक चूरू में 13000 किलोमीटर का सर्वे कर लिया गया है और एक दो दिन में सम्पूर्ण चूरू का सर्वे करवाकर विभाग को रिपोर्ट कर देंगे। यह सर्वे जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा करवाया जा रहा है।
Published on:
22 Mar 2022 12:02 pm
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