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बिलखता देख महिला पुलिसकर्मी रोकती रही, लेकिन हैवान पुलिसकर्मी देवर-भाभी पर जुल्म ढहाते रहे, यूं चला घटनाक्रम

locationचुरूPublished: Jul 15, 2019 07:16:55 pm

Man Death in Police Custody in Churu : पुलिस की हैवानियत का साक्षी बनी सरदारशहर थाने में एक ऐसी महिला कांस्टेबल थीं जो हैवान थानाधिकारी व पुलिसकर्मियों के बीच महिला की जान बचाने में ढाल की तरह खड़ी नजर आई।

Man Death in Police Custody in Churu : पुलिस की हैवानियत का साक्षी बनी सरदारशहर थाने में एक ऐसी महिला कांस्टेबल थीं जो हैवान थानाधिकारी व पुलिसकर्मियों के बीच महिला की जान बचाने में ढाल की तरह खड़ी नजर आई।

रोता-बिखलता देख महिला पुलिसकर्मी रोकती रही, लेकिन हैवान पुलिसकर्मी देवर-भाभी पर जुल्म ढहाते रहे, यूं चला घटनाक्रम

चूरू।
Man Death in Police Custody in Churu : पुलिस की हैवानियत का साक्षी बनी सरदारशहर थाने में एक ऐसी महिला कांस्टेबल थीं जो हैवान थानाधिकारी व पुलिसकर्मियों के बीच महिला की जान बचाने में ढाल की तरह खड़ी नजर आई। उसने महिला के देवर को भी बचाने का प्रयास किया लेकिन हैवान पुलिसकर्मियों ने उसकी एक न सुनी और उस पर जुल्म ढहाते रहे। छह जुलाई की आधी रात पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई। महिला सिपाही का नाम गीता है जिसने एक महिला का फर्ज निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जब कभी मौका मिला तो उसके दर्द पर मरहम लगाने का प्रयास करती।


यूं चला देवर-भाभी की पिटाई का सिलसिला ( crime in churu )
-13 दिसंबर 2018 को सोनपालसर गांव के कालूराम जाट के घर चोरी हुई थी, जिसमें शक के आधार पर मृतक कथित आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। मृतक पर शक जाहिर किया गया था। 20 हजार नकदी व सोने-चांदी के जेवरात चोरी का मामला दर्ज हुआ था। खुलासा नहीं होने पर पुलिस ने उक्त मामले में आमद-पता एफआर लगा दी थी।


-एक-दो जुलाई के आस-पास धीरासर गांव के ग्रामीणों ने नायक को पकड़ कर चोरी के आरोप में सरदारशहर पुलिस के हवाले कर दिया।

 

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-तीन जुलाई को सरदारशहर पुलिस के मुताबिक कथित आरोपी का मेडिकल करवाया गया और छोड़ दिया गया। तीन जुलाई को ही मृतक की भाभी को पुलिस ने उसके घर से उठा लिया।


-6 जुलाई को पुलिस ने युवक को गिरफ्तार दिखाया, इससे पहले बिना गिरफ्तारी के देवर व भाभी की पिटाई कर, कथित चोरी का माल बरामद करने की कोशिश की।


-6 जुलाई की रात करीब डेढ़ बजे पुलिस उसको लेकर सरदारशहर अस्पताल पहुंची, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।ईसीजी में पाया गया कि उसकी मौत अस्पताल लाने से पहले ही हो चुकी थी।


-7 जुलाई को परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए शव लेने से इंकार कर दिया। मामले की जांच न्यायिक मजिस्ट्रेट से करवाने, मुख्यमंत्री सहायता कोष से मदद दिलाने तथा मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के आश्वासन के बाद शव ले लिया। इसी दिन देर रात 10 बजे आनन-फानन में पुलिस ने दाह संस्कार करवाया।


-सात जुलाई को ही परिजनों ने दाह संस्कार से पहले उसकी भाभी को लाने की मांग की तो पुलिस रात करीब आठ-नौ बजे दाह संस्कार में लेकर पहुंची। दाह संस्कार के बाद पुलिस तुरंत उसे व उसके पति को साथ लेकर सरदारशहर सीएचसी ले गई। कुछ देर में यहां से उसे चूरू रैफर करवा दिया। मृतक की भाभी और उसके भाई को पुलिस लेकर लापता हो गई।

 

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-आठ जुलाई को एसपी राजेन्द्र शर्मा ने तत्कालीन थानाधिकारी रणवीर सिंह सांई सहित सात पुलिसकर्मियों के सस्पेंड कर दिया और 26 को लाइन हाजिर कर दिया। इसके बाद पुलिस अधिकारी शांत हो गए। थानाधिकारी के गुर्गों ने जख्मी महिला व उसके पति को लापता कर दिया।


– पिता ने 10 जुलाई को आईजी जोश मोहन से बेटे व बहू की तलाश कर हाजिर कराने की गुहार लगाई। आईजी की दखल के बाद शाम सात बजे से पहले ही महिला सरदाशहर पहुंच गई। एक व्यक्ति को उसका इंटरव्यू दिलवाया और एक शपथ पत्र व एसपी के नाम प्रार्थना पत्र लेकर उसे रात दस बजे एक पुलिसकर्मी के साथ गांव छुड़वा दिया। पति-पत्नी में खौफ पैदाकर आवदेन पत्र में लिखवा लिया कि उसके साथ कुछ नहीं हुआ। पुलिस उसे कहीं लेकर नहीं गई।


-11 जुलाई को सुबह परिजनों ने मृतक की भाभी का हाल देखा तो सभी के होश उड़ गए। महिला अचेत थी,

-परिजनों ने इसका वीडियो वायरल किया। जिसकी खबर 12 जुलाई को केवल पत्रिका में छपी। 11 जुलाई को दोपहर बाद तबीयत खराब होने पर परिजन उसे रात 11 बजे एसएमएस अस्पताल लेकर गए, जहां ट्रोमा वार्ड में भर्ती किया गया।

 

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– 12 जुलाई को खबर प्रकाशित होने के बाद नायक समाज में जगह-जगह नाराजगी दर्ज कराई, देर रात पुलिस मुख्यालय ने एसपी राजेन्द्र शर्मा को एपीओ व सरदारशहर डीएसपी भंरलाल मेघवाल को निलंबित कर दिया। 12 जुलाई को परिजनों व समाज के लोगों ने सरदारशहर डीएसपी व एसएमएस पुलिस चौकी में परिवाद देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। चूरू से महिला थानाधिकारी बयान लेने गई लेकिन पीडि़ता की तबीयत सही नहीं होने के कारण बयान नहीं हो पाए।


– 13 जुलाई को नायक महासभा के पदाधिकारियों ने जयपुर के पिंकसिटी प्रेसक्लब में प्रेसवार्ता की आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या, सामूहिक दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने की मांग की।


– 13 जुलाई को शाम करीब पांच बजे सीआईडी सीबी की एएसपी ने महिला का पर्चा बयान लिया।
बयान के आधार पर 14 जुलाई को 2.52 बजे एम सरदारशहर थाने में थानाधिकारी रणवीरसिंह सांई सहित पांच-छह अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार ( rape by Police in Churu ) व देवर तथा उसके साथ मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया।

 

तीन स्तर पर चल रही मामले की जांच
न्यायिक मजिस्ट्रेट जांच : एसीजेएम प्रियंकर सिहाग मृतक की मौत की जांच कर रहे हैं।
विभागीय जांच : दीपक शर्मा एएसपी, आईजी रैंक बीकानेर
मुकदमें की जांच: सीमा भारती एएसपी सीआईडी (सीबी) मुकदमें की जांच कर रहीं हैं।

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