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आधे से अधिक पद रिक्त, भटकते पशुपालक, दम तोड़ते पशुधन, सरकार है खामोश

विभाग में 569 पद स्वीकृत, 322 पद रिक्त , समय से नहीं मिल रहा पशुओं को उपचार

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Death animals

चूरू. सरकार व पशुपालन विभाग की बेरुखी के कारण जिले में पशुपालकों को पशुधन के उपचार के लिए दर-दर ठोकरे खानी पड़ रही हैं। वरिष्ठ चिकित्सकों, चिकित्सकों, पशुधन सहयकों व पशुधन परिचरों जैसे अहम पदों के रिक्त होने के कारण कई पशु चिकित्सालयों व उप केन्द्रों पर ताले लग चुके हैं। बंद पड़े कई चिकित्सालय खंडहर होने लगे हैं। कई चिकित्सालय ऐसे हैं जहां पर डाक्टर है तो परिचारक नहीं, परिचारक हैं तो डाक्टर नहीं। जिले में पशु विभाग में इस समय आधे से अधिक पद रिक्त हैं। करीब 569 पद स्वीकृत हैं जिसमें से 322 पद रिक्त हैं।


इतने पशु चिकित्सा केन्द्रों पर ताले


जोड़ी, पीथीसर, देपालसर, लालासर, रिडख़ला, कड़वासर, लाखाऊ, ढाढरिया बणीरोतान, ऊंटवालिया, आसलखेड़ी, कोटवाद ताल, धीरासर बीकान, बीनासर, घंटेल, सिरसला, ढाढऱ, गोपाल गोशाला, नाकरासर, सेहला, भुखरेड़ी, आलसर, भींचरी, बिरमसर, टीडियासर, परसनेऊ, रतनगढ़ पशु चिकित्सा केन्द्रों पर ताले लगे हैं। इसी प्रकार रणधीसर, खुड़ी, जोगलिया, जैतासर, रतनपुरा, देवासर, उतराधा, घड़सीसर, दलूसर, बुकनसर बड़ा, कांगड़, काकलासर, हरदेसर, बोघेरा, मालकसर, मेूलसर, रंगाईसर, मेहरी, फोगां, जैतसीसर, जयसंगसर, सावर, पाबूसर, मेलूसर, भोजसर छोटा, कालानाताल, भीमसर, मलसीसर, टाडा, पार्वतीसर, अणखोलिया में केन्द्र बंद पड़े हैं। इधर, आथूना, जीली, गुडावड़ी, दूंकर, उंटालड़, अमरसर, कल्याणसर, नौरंगसर, न्यामा, करेजड़ा, कोहलासर, हरासर, लुहारा, लालगढ़, गोदरान, तेेहनदेसर, कालेरा आदि पशु चिकित्सा केन्द्रों पर कई महीनों से ताले लगे हैं।इसके अलावा कई चिकित्सालय ऐसे हैं जहां पर एक डाक्टर व पशुधन परिचर कार्यरत हैं जिनके अवकाश लेते ही केन्द्र पर ताला लग जाता है।लेकिन विभाग व सरकार इसके प्रति गंभीर नहीं है।ऊपर से पशुपालकों के विकास का दावा करने से नेता व मंत्री नहीं थक रहे।


विभाग की ओर से संचालित विशेष योजनाएं

विभाग की ओर से चलाए जा रहे कई विशेष कार्यक्रमों का भी संचालन करना होता है। जानकारी के मुताबिक पशुओं का टीकाकरण, कृमि नाशक दवा पिलाना, बधिया करण, नश्ल सुधार के लिए कृतिम गर्भाधान, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, भेड़ विकास में कमजोर भेड़ों को खनिज लवड़ उपलब्ध कराना तथा भामाशाह पशुधन बीमा योजना आदि कार्यक्रमों को क्रियान्वित करना होता है।


जिले में पशुधन पर एक नजर

पशुधन संख्या
गोवंश 897702
भैंस 750078
ऊंट 41246
बकरी 1928678
भेंड़ 892195


विभाग में रिक्त पदों पर एक नजर


पदनाम स्वीकृत रिक्त
उप निदेशक 02 01
पशु चिकित्सा अधि. 53 20
सहा. सूचना अधि. 01 01
पशु चिकित्सा सहा. 43 25
पशुधन सहायक 180 106
चालक 03 03
एक्स-रे-मैन 01 01
कार्लालय अधीक्षक 01 01
कार्यालय सहायक 01 01
यूडीसी 04 02
एकाउंटेंट 01 01
वाटरमैन 86 71
स्वीपर 32 21
गड़ेरिया 07 05
पशुधन परिचर 100 52
आईवी क्लास 02 02
अनु सइस 08 01
अनु स्वीपर 08 08


''जिले के पशु उप केन्द्रों व चिकित्सालयों में तीन सौ से अधिक पद रिक्त हैं। इसके कारण समय से लक्ष्य पूरा करने में समस्याएं आती हैं। आधे-अधूरे स्टाफ से ही काम किया जा रहा है। पशुओं के उपचार के लिए पूरी कोशिश की जा रही है।''


डा. राजेन्द्र तमोली, संयुक्त निदेशक पशु पालन विभाग चूरू

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