चूरू. अब मेडिकल कॉलेज में धीरे-धीरे व्यवस्थाओं में सुधार होने लगा है। इसी कड़ी में चूरू के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों और स्टाफ को आई कार्ड के माध्यम से ही प्रवेश दिया जाएगा। इसको लेकर कॉलेज प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसके पीछे प्रशासन का मानना है कि ऐसा करने से एकरूपता रहेगी और अनाधिकृत व्यक्ति कॉलेज परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
मेडिकल कॉलेज में आईकार्ड से ही मिलेगा प्रवेश
चूरू. अब मेडिकल कॉलेज में धीरे-धीरे व्यवस्थाओं में सुधार होने लगा है। इसी कड़ी में चूरू के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों और स्टाफ को आई कार्ड के माध्यम से ही प्रवेश दिया जाएगा। इसको लेकर कॉलेज प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसके पीछे प्रशासन का मानना है कि ऐसा करने से एकरूपता रहेगी और अनाधिकृत व्यक्ति कॉलेज परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। इसके लिए पहले विचार किया गया था और बाद में आई कार्ड बनाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसी कड़ी में कॉलेज के विद्यार्थियों की फोटो खींचने का काम लगभग पूरा हो चुका है। यही नहीं मेडिकल स्टाफ का भी आईकार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए भी काम शुरू कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक पीडीयू मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में 550 विद्यार्थी ं अध्ययनरत हैं। जिनके आई कार्ड बनाए जाएंगे। इसके अलावा 55 फैकल्टी और 15 नोना टिङ्क्षचग स्टाफ और 63 नर्सिंग स्टाफ भी शामिल हैं। इन सभी के आई कार्ड बनाए जाएंगे। मेडिकल कॉलेज के ङ्क्षप्रसिपल ने बताया कि आई कार्ड की व्यवस्था इसी माह से शुरू कर दी जाएगी। इसका काम प्रगति पर है। कॉलेज की रहेगी सुरक्षा
आई कार्ड बनने से मेडिकल कॉलेज में किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश नहीं किया जा सकेगा। इससे कॉलेज कैंपस का माहौल बेहतर होगा और एकरूपता भी नजर आएगी। यदि कोई बात भी होती है तो आई कार्ड के माध्यम से पहचान भी आसानी से की जा सकेगी। इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही आई कार्ड बनाने का निर्णय किया गया है।
बिना हेलमेट न तो प्रवेश न जा सकेंगे बाहर
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा महेश मोहन पुकार ने बताया कि आई कार्ड के अलावा एक और व्यवस्था कॉलेज परिसर में की गई है। कॉलेज में आने वाले विद्यार्थियों व स्टाफ को बिना हेलमेट के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यही नहीं इसके अलावा बिना हेलमेट के बाहर भी नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कॉलेज के दो विद्यार्थियों की दुर्घटना में मौत हो चुकी है। जो कि बेहद ङ्क्षचतनीय है। इसी को ध्यान में रखते हुए बाइक पर आने वाले सभी विद्यार्थियों व स्टाफ को हेलमेट पहनकर आने के लिए पाबंद किया है। अब सभी हेलमेट पहनकर आ रहे हैं। इससे उनकी भी सुरक्षा है साथ ही परिवार भी सुरक्षित है। पुकार ने बताया कि हमेशा देखने में आता है कि बाइक सवार बिना हेलमेट के ही जाते हैं। जिले में अनेक ऐसी घटनाएं हुई है। जिसका का प्रमुख कारण सिर में गंभीर चोट लगना है। इस कारण से अधिकतर लोगों की मौत भी हो जाती है। इसलिए सभी को बिना हेलमेट के बाइक नहीं चलानी चाहिए।