सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने की बात करें तो इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम भारतीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर का आता है। सचिन ने अपने करियर में 200 टेस्ट मैच खेले। सचिन के अलावा भी कई खिलाड़ी रहे जिन्होंने सौ से ऊपर टेस्ट मैच भारत के लिए खेले। कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिन्हें सिर्फ एक टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। ये बात सुनकर आपको थोड़ा हैरानी हो रही होगी लेकिन ऐसा भी खिलाड़ी इंडियन क्रिकेट में रहे हैं। आइए नजर डालते हैं उन 4 खिलाड़ियों पर जिन्होंने भारत के लिए सिर्फ एक टेस्ट मैच खेला।
1) रॉबिन सिंह
इस नाम से आप भली भांति परिचित होंगे। फील्डर के तौर पर रॉबिन सिंह ने बहुत नाम कमाया। बल्लेबाजी और गेंदबाजी में भी उन्होंने अपना दम दिखाया। हालांकि उनका टेस्ट करियर कुछ खास नहीं रहा क्योंकि एक ही मैच वो खेल पाए। आपको बता दें साल 1998 में जिम्बाब्बे के खिलाफ रॉबिन सिंह ने टेस्ट मैच खेला था। इस अलावा कभी उन्हें अपने करियर में टेस्ट मैच खेलने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ।
इस नाम से आप भली भांति परिचित होंगे। फील्डर के तौर पर रॉबिन सिंह ने बहुत नाम कमाया। बल्लेबाजी और गेंदबाजी में भी उन्होंने अपना दम दिखाया। हालांकि उनका टेस्ट करियर कुछ खास नहीं रहा क्योंकि एक ही मैच वो खेल पाए। आपको बता दें साल 1998 में जिम्बाब्बे के खिलाफ रॉबिन सिंह ने टेस्ट मैच खेला था। इस अलावा कभी उन्हें अपने करियर में टेस्ट मैच खेलने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ।

आप सभी को पता होगा कि दिग्गज बल्लेबाज युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह हैं। ये बहुत कम लोगों को पता होगा कि योगराज सिंह भारतीय टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं। एक तेज गेंदबाज के रूप में योगराज सिंह ने भारतीय क्रिकेट टीम में एंट्री की थी। योगराज सिंह का क्रिकेट करियर कुछ खास नहीं चल पाया। एक ही टेस्ट मैच उन्होंने खेला और सिर्फ छह वनडे मैचों का हिस्सा वो रहे। योगराज सिंह ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था।

3) विनय कुमार
प्रतिभा के हिसाब से देखा जाए तो विनय कुमार के साथ नाइंसाफी हुई। गेंदबाजी में उन्होंने दम दिखाया लेकिन मौके ज्यादा उन्हें नहीं मिल पाए। घरेलू क्रिकेट में विनय कुमार ने बहुत नाम कमाया लेकिन इंटरनेशनल में वो ज्यादा कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके। विनय कुमार ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2012 में टेस्ट मैच खेला था। इसके बाद उन्हें टेस्ट मैच खेलने का कभी मौका नहीं मिला।

4) कर्ण शर्मा
शर्मा ने स्पिन गेंदबाज के रूप में भारतीय क्रिकेट में एंट्री की थी। साल 2014 में उन्होंने भारत के लिए एक टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। इसके बाद वो एकदम से गायब हो गए थे। मौजूदा दौर में शायद कर्ण शर्मा का नाम बहुत कम लोग जानते होंगे। घरेलू क्रिकेट में कर्ण शर्मा ने अच्छा प्रदर्शन किया था। IPL में भी कर्ण शर्मा ने अच्छा काम किया था। धौनी के नेतृत्व में चेन्नई से उन्हें कई बार खेलने का मौका मिला।
