विराट कोहली ने कहा, ‘अनुष्का का मेरे जीवन में बहुत गहरा प्रभाव रहा है। जीवन में ऐसा प्रभाव जो आपके खेल को भी फ़िल्टर करता है क्योंकि आपका खेल जीवन का हिस्सा है। मैं सभी सही कारणों से पूरी तरह से बदला हुआ आदमी बन गया हूं। मैं सही तरीके से विकसित हुआ हूं। मैं उसके जैसा जीवन साथी पाने के लिए बहुत, बहुत आभारी और भगवान का शुक्रगुजार हूं और वह मेरे लिए पिलर ऑफ स्ट्रेंथ (ताकत का स्तंभ) रही है।’
विराट कोहली ने आगे कहा, ‘मुझे पता है कि लोग इस बात को बहुत कहते हैं लेकिन मुझे इसका मतलब समझ में आया जब अनुष्का मेरी लाइफ में आई। हम दोनों ने एक दूसरे को बढ़ने में मदद की है। अगर वह मेरे जीवन में नहीं होती तो मैं इतना संयम और जोश के साथ आगे नहीं बढ़ पाता।’
बता दें कि विराट कोहली इस साल की शुरुआत में पहले ही इस मील के पत्थर को हासिल कर सकते थे लेकिन, वह चोट के कारण दक्षिण अफ्रीका में दूसरा टेस्ट मैच नहीं खेल पाए थे। एक बल्लेबाज के लिए देश के लिए 100 टेस्ट खेलना बेहद खास होता है। विराट कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से (50.39 की औसत बल्लेबाजी) उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
विराट कोहली एक ऐसे कप्तान भी रहे हैं जिन्होंने (68 टेस्ट में 58.82 जीत प्रतिशत पर 40 जीत) दिया है। 100 टेस्ट खेलने वाले 11 अन्य भारतीय क्रिकेटरों में से सचिन तेंदुलकर (200), राहुल द्रविड़ (163), अनिल कुंबले (132), कपिल देव (131), सुनील गावस्कर (125), दिलीप वेंगसरकर (116), सौरव गांगुली (113) और वीरेंद्र सहवाग (103) का नाम शामिल है।