अफगानिस्तान को गेंदबाजों और बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
भारत के खिलाफ अफगानिस्तान के मैच को छोड़ दें तो टीम के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने अभी तक निराश ही किया है। इक्के-दुक्के व्यक्तिगत प्रदर्शन उसके खिलाड़ियों के खाते में जरूर है, लेकिन क्रिकेट एक टीम इवेंट है। इसलिए अगर उसे बांग्लादेश के खिलाफ जीतना है तो उसके बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को एक साथ चलना होगा। कप्तान गुलबदीन नैब यह उम्मीद करेंगे कि इस मैच में कुछ ऐसा ही हो।
वहीं अगर इस टूर्नामेंट में बांग्लादेश की बात करें तो उसकी बल्लेबाजी शानदार रही है। ऑलराउंडर शाकिब अल हसन टीम की बल्लेबाजी की धुरी रहे हैं तो तमीम इकबाल, लिटन दास, मुशिफिकुर रहीम, महमूदुल्लाह से उन्हें पूरा सहयोग मिला है। विंडीज के खिलाफ 322 रनों का लक्ष्य हासिल करने के बाद आस्ट्रेलिया के खिलाफ 382 रनों का पीछा करते हुए इस टीम ने आठ विकेट के नुकसान पर 333 रन बना लिए थे। इससे पता चलता है कि विश्व कप में यह टीम बेखौफ होकर खेल रहे हैं।
गेंदबाजी बनी हुई है मुसीबत
बांग्लादेश की गेंदबाजी की अगर बात करें तो वह उतनी अच्छी नहीं दिखाई देती। टीम के गेंदबाज विपक्षी टीम को कम स्कोर पर रोक पाने में सक्षम नहीं रहे हैं। अधिकतर टीमों ने उनके खिलाफ 300 से ज्यादा का स्कोर किया है। इस क्षेत्र में बांग्लादेश को ध्यान देना होगा। फिलहाल उसके छह मैचों में पांच अंक है और वह सेमीफाइनल की रेस में बनी हुई है, लेकिन इसके लिए उसे अपने बचे तीनों मैच जीतने के अलावा अन्य टीमों के परिणामों पर भी निर्भर रहना होगा।
अफगानिस्तान : गुलबदीन नैब (कप्तान), नूर अली जादरान, हजरतुल्लाह जादरान, असगर स्टानिकजाई, हजरतुल्लाह जजाई, हसमतुल्लाह जादरान, राशिद खान, दौलत जादरान, अफताब आलम, हामिद हसन, मुजीब उर रहमान, रहमत शाह, समिउल्लाह शिनवारी, मोम्मद नबी, मोहम्मद शाहजाद और इकराम अली खिल (विकेटकीपर।
बांग्लादेश : मशरफे मुर्तजा (कप्तान), तमीम इकबाल, सौम्य सरकार, शब्बीर रहमान, रुबेल हुसैन, मुस्तफिजुर रहमान, अबु जायेद, महमूदुल्ला, मोहम्मद सैफुद्दीन, मोसद्देक हुसैन, शाकिब अल हसन, मेहंदी हसन मिराज, लिटन दास (विकेटकीपर), मुश्फीकुर रहीम (विकेटकीपर) और मोहम्मद मिथुन।