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टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा, बिना किसी वैध गेंद के इंग्लैंड ने बनाए 6 रन

दूसरे दिन पहले सत्र में भारतीय स्पिनर रविचन्द्र अश्विन बल्लेबाजी के दौरान पिच के संरक्षित हिस्से में दौड़ते हुए पाये गए। जिसके बाद पांच रन का जुर्माना लगाया। इस पेनाल्टी के कारण इंग्‍लैंड ने पहली पारी की शुरुआत पांच रन शून्य विकेट के साथ की।

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India vs England 3rd Test: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरा मुक़ाबला राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच के दूसरे दिन कुछ ऐसा हुआ जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार किसी टीम ने बिना किसी वैध गेंद के 6 रन बनाए।

दरअसल दूसरे दिन पहले सत्र में भारतीय स्पिनर रविचन्द्र अश्विन बल्लेबाजी के दौरान पिच के संरक्षित हिस्से में दौड़ते हुए पाये गए। जिसके बाद अंपायरों ने भारतीय टीम पर पांच रन का जुर्माना लगाया। इससे पहले रवींद्र जाडेजा टेस्‍ट के पहले दिन पिच के सं‍रक्षित हिस्‍से पर दौड़ने पर भारत को चेतावनी दी गई थी। इस पेनाल्टी के कारण इंग्‍लैंड ने पहली पारी की शुरुआत पांच रन शून्य विकेट के साथ की।

लेकिन भारत के लिए पहला ओवर लेकर आए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पहली ही गेंद 'नो' फेंक दी। ऐसे में इंग्लैंड को एक और अतिरिक्त रन मिला और टेस्ट क्रिकेट इतिहास में इंग्लैंड ऐसी पहली टीम बन गई है जिसने बिना किसी वैध गेंद का सामना किए बिना 6 रन बनाए।

इंग्‍लैंड को 102 वे ओवर में पांच पेनाल्‍टी रन उस समय दिये गये जब भारत का स्कोर सात विकेट पर 358 रन था। अश्विन ने गेंद को कवर की ओर खेला और रन के लिए पिच पर दौड़ पड़े लेकिन ध्रुव जुरेल ने उनको वापस भेजा। अंपायर जोएल विल्‍सन और अश्विन के बीच बातचीत हुई जो पेनाल्‍टी का सिग्‍नल देने से पहले निराश दिख रहे थे।

नियम 41.14 में बल्‍लेबाजों के पिच को खराब करने के बारे में बताया गया है, जिसमें कहा गया है, 'पिच को जानबूझकर या ऐसी स्थिति जहां वह हट सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया तो इसे क्षति पहुंचाना अनुचित है। यदि स्ट्राइकर गेंद खेलते या खेलते समय संरक्षित क्षेत्र में प्रवेश करता है, तो उसे उसके तुरंत बाद वहां से हट जाना चाहिए। यदि कोई अंपायर मानता है कि पिच पर उसकी उपस्थिति उचित कारण के बिना है तो बल्लेबाज को क्षति पहुंचाने वाला माना जाएगा।'

नियम 41.14.2 ऐसी पहली घटना में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया का वर्णन करता है जो बल्लेबाजी पक्ष के लिए एक चेतावनी है। जुर्माना कानून 41.14.3 में कहा गया है कि यदि उस पारी में टीम फिर से यह गलती दोहराती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।