टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के हिम्मत की तारीफ करनी होगी, जो चोट के बावजूद मैनचेस्टर टेस्ट में बल्लेबाजी के लिए उतर गए।
ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जा रहे टेस्ट के दूसरे दिन भारत ने 8 विकेट के नुकसान पर 349 रन बना लिए थे। ऋषभ पंत 54 और जसप्रीत बुमराह 0 परर नाबाद थे। भारत ने दूसरे दिन के खेल की शुरुआत 4 विकेट पर 264 के स्कोर से की। पहले दिन रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर 19-19 रन पर नाबाद रहे थे। खेल की शुरुआत के साथ ही भारत को रवींद्र जडेजा के रूप में बड़ा झटका लगा। जडेजा पांचवें विकेट के रूप में पहले दिन के स्कोर में सिर्फ एक रन जोड़कर 20 के निजी स्कोर पर आउट हुए।
जडेजा का विकेट गिरने के बाद शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर ने भारतीय पारी को संभाला और छठे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। शार्दुल 41 रन बनाकर आउट हुए, उस समय भारत का स्कोर 314 रन था। शार्दुल ठाकुर का विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी के लिए ऋषभ पंत आए। ऋषभ पंत पहले दिन बल्लेबाजी करते हुए गंभीर रूप से इंजर्ड हुए थे और बल्लेबाजी के लिए उनके क्रीज पर आने की संभावना लगभग नहीं थी, लेकिन जब वे बल्लेबाजी के लिए उतरे तो दर्शकों ने खड़े होकर उनकी हिम्मत की प्रशंसा की।
पंत और सुंदर सातवें विकेट के लिए सुंदर के साथ 23, 8वें विकेट के लिए अंशुल कंबोज के साथ 0 और 9वें विकेट के लिए बुमराह के साथ 11 रन जोड़ अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। इस दौरान उन्होंने 3 चौके और 2 छक्के लगाए। भारतीय टीम के लिए इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स घातक साबित हुए हैं। स्टोक्स 5 विकेट ले चुके हैं। वोक्स, आर्चर और डॉसन को 1-1 विकेट मिला है।
बता दें कि ऋषभ पंत इंजरी की वजह से इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले पांचवें टेस्ट से बाहर हो चुके हैं। वह मैनचेस्टर में विकेटकीपिंग भी नहीं करेंगे। उनकी जगह ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग करेंगे। डॉक्टरों के मुताबिक पंत को इंजरी से रिकवर करने में कम से कम छह सप्ताह लग सकते हैं।