1. उमेश यादव शुरुआत में पुलिस या सेना में जाना चाहते थे। लेकिन उनकी किस्मत उनका साथ नहीं दे पाई। बाद में वे अपने पहले प्यार क्रिकेट की ओर फिर लौटे।
2. विदर्भ की टीम में शामिल होने के बाद उमेश यादव ने पहली बार लेदर की गेंद से गेंदबाजी की। इसके पहले वह टेनिस बॉल से खेलते थे।
3. विदर्भ की टीम को घरेलू क्रिकेट में एक पिछड़ी हुई टीम के तौर पर जाना जाता है और इसी वजह से इस टीम के कप्तान प्रीतम गंधे ने उमेश यादव में छुपी हुई क्षमताओं को पहचान कर उनके करियर को आगे बढ़ाने में खास रुचि ली।
4. उमेश का चयन साल 2008 में रणजी ट्रॉफी के लिए हुआ। रणजी के मैच की एक पारी में उमेश ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट हासिल किए। जहां से उनका चयन दिलीप ट्रॉफी के लिए किया गया।
5. 2008 में ही उमेश यादव को देल्ही डेयरडेविल्स टीम के लिए $15,000 में खरीदा। इसके बाद उमेश के परिवार की गरीबी जाती रही। आईपीएल के बाद उमेश ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
6. उमेश यादव ने अपनी पहचान सबसे तेज गेंदबाज के रुप में बनाई है और उनके द्वारा फेंकी गई सबसे तेज गेंद की गति 154.8 kmph थी। औसतन वह 140 kmph गेंद डालते हैं।
7. उमेश यादव गेंदबाजी करते हुए स्टंम्प्स पर गेंद डालकर खिलाड़ी को आउट करने की कोशिश करते हैं जिससे उनके द्वारा रन देने की दर ज्यादा होती है।
8. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्राथ ने उनके विषय में कहा था कि वह क्षमताओं से भरपूर हैं और समय के साथ उनका प्रदर्शन बहुत बेहतर हो जाएगा।
9. उमेश ने 16 अप्रेल 2013 को दिल्ली में रहने वाली फैशन डिजाइनर तान्या वाधवा से सगाई की। आज दोनों पति-पत्नी के रूप में अपना जीवन जी रहे है।
10. उमेश अब तक 34 टेस्ट मैच खेल चुके है, जिसमें उमेश ने 94 विकेट लिया है। 71 एकदिवसीय मैचों से 102 विकेट हासिल किए। आईपीएल में वे अभी कोलकाता के लिए खेलते है। यहां भी इनका शानदार प्रदर्शन रहा है। आईपीएल में उमेश 94 मैचों से 91 विकेट झटक चुके है।