5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हसन अली की हुई सामिया आरजू, पाकिस्तान में होगा रिसेप्शन

Samiya की हसन अली के साथ दुबई में हुई शादी परिवार में दोनों परिवारों के करीबी लोग हुए शामिल

2 min read
Google source verification
Marriage

गणेश चौहान

मेवात, नूंह : पाकिस्तान ( Pakistan cricket team )के तेज गेंदबाज हसन अली (Hasan Ali ) और हरियाणा के नूंह मेवात जिले के चंदेनी गांव की सामिया आरजू मंगलवार देर शाम दुबई के आलीशान रिजॉर्ट में परिणय सूत्र में बंध गए। शामिया एयर अमीरात में फ्लाइट इंजीनियर हैं।

दुबई में हुई शादी

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में जन्मे हसन अली और नूंह जिले के चंदेनी निवासी शामिया का निकाह दुबई के ऐटलांटिस पाम जुबेरा पार्क होटल में हुआ। दुबई के आलीशान रिजॉर्ट में हुए निकाह समारोह में दूल्हा तथा दुल्हन पक्ष के तकरीबन 30 लोगों ने भाग लिया। पाकिस्तानी क्रिकेटर तथा नूंह जिले के चंदैनी गांव की शामिया आरजू के बीच रिश्ते की खबरें पिछले करीब एक महीने से सुर्खियों में थी। उसके बाद ही तय हो गया था की दोनों 20 अगस्त को दुबई के होटल में निकाह करेंगे। इसके बाद पाकिस्तान में अलीशान रिसेप्शन दिया जाएगा। इसमें क्रिकेट जगत के अलावा फिल्मी जगत और दोनों देशों के राजनेताओं के भी शामिल होने की उम्मीद है।

करीबी रिश्तेदार थे मौजूद

मंगलवार को देर शाम काजी ने इन दोनों का निकाह पढ़ाया। निकाह समारोह में क्रिकेटर हसन अली के पिता अजीज तथा उनकी मां कनीज के अलावा दुल्हन आरजू के पिता पूर्व बीडीपीओ लियाकत अली और उनकी मां रईसन भी मौजूद रहीं। चारों ने नव दंपती को आशीर्वाद दिया। इस मौके पर दूल्हा-दुल्हन के बहन-भाई तथा करीबी रिश्तेदार मौजूद थे।

बंटवारे के समय सामिया के कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान चले गए थे

सामिया के पिता बीडीपीओ लियाकत अली ने कहा कि बेटी की शादी तो करनी थी, चाहे भारत हो या पाकिस्तान इससे फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने बताया कि बंटवारे के समय उनके कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान चले गए थे। उनसे आज भी वह संपर्क में हैं और अब तो हमारे और रिश्तेदार की संख्या बढ़ गई है। लियाकत अली ने बताया कि पाकिस्तान के पूर्व सांसद और पाकिस्तान रेलवे बोर्ड के चेयरमैन रहे सरदार तुफैल और उनके दादा सगे भाई थे। बंटवारे के बाद उनके दादा यहीं हिंदुस्तान में रह गए और उनके भाई पाकिस्तान चले गए। उनका परिवार आज पाकिस्तान के कसूर जिला के कच्ची कोठी नईयाकी में रहता है और उनके जरिए ही रिश्ता तय हुआ था।