जुलाई में जिम्बाब्वे टीम पर लगा बैन
आपको बता दें कि आईसीसी ने जुलाई 2019 में अपनी सालाना बैठक में सर्वसम्मति के साथ जिम्बाब्वे क्रिकेट पर सुशासन के सिद्धांतों का उल्लंघन करने के तहत बैन लगा दिया था। इस बैन के बाद से जिम्बाब्वे की टीम पर किसी भी तरह का कोई इंटरनेशनल मैच खेलने की रोक लग गई थी। हालांकि जिम्बाब्वे की टीम द्विपक्षीय सीरीज खेल सकती थी, लेकिन आईसीसी के किसी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकती थी।
नेपाल और जिम्बाब्वे की सदस्यता पर चर्चा हुई
सोमवार को हुई आईसीसी की बोर्ड मीटिंग में जिम्बाब्वे और नेपाल के टीम की सदस्यता पर चर्चा की गई। इसके बाद दोनों ही टीमों को आईसीसी के सदस्य के तौर पर बहाल करने का फैसला लिया गया। दुबई में हुई आईसीसी की इस बैठक में आईसीसी के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिम्बाब्वे क्रिकेट के चेयरमैन और जिम्बाब्वे के खेल मंत्री मौजूद थे।
ICC के चेयरमैन ने जिम्बाब्वे को कहा धन्यवाद
आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर ने कहा, “मैं जिम्बाब्वे के खेल मंत्री को धन्यवाद देना चाहूंगा जिनकी कोशिश की वजह से जिम्बाब्वे में दोबारा से इंटरनेशनल क्रिकेट बहाल करने का रास्ता साफ हुआ है। जिम्बाब्वे क्रिकेट की सहायता करने की दिशा में उनका काम साफ तौर से बहुत सराहनीय रहा है। जिम्बाब्वे क्रिकेट को दी जाने वाली सहायता जारी रहेगी और इसे उपर लाने की लगातार कोशिश हरसंभव जारी रहेगी।”
2020 टी20 वर्ल्ड कप के क्वालीफायर मैच खेल सकेगी जिम्बाब्वे की टीम
आईसीसी के इस फैसले के बाद अब जिम्बाब्वे की टीम जनवरी में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में हिस्सा ले पाएगी। वहीं 2020 के आखिर में होने वाले आईसीसी सुपर लीग में भी टीम के भाग लेने का रास्ता साफ हो गया है। नेपाल की टीम की सदस्यता भी सरकारी हस्तक्षेप ना किए जाने की शर्तों पर दोबारा दी गई है।