यशस्वी जायसवाल के कोच ज्वाला सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में भारत की हार के बाद टीम को जीत का मंत्र दिया है। उनका मानना है कि लंबी पारियां खेलना और मध्य-निचले क्रम से बेहतर योगदान बेहद ज़रूरी है। सिंह ने शुभमन गिल की तारीफ़ करते हुए कहा कि टीम को सामूहिक प्रयास से ही जीत हासिल हो सकती है। मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड की मज़बूत शुरुआत के बाद भारत के सामने चुनौती और भी बढ़ गई है।
इंडियन क्रिकेट टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के बचपन के कोच ज्वाला सिंह ने मैनचेस्टर टेस्ट और एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में अब तक भारत के प्रदर्शन पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। उनका मानना है कि भारतीय टीम की सफलता के लिए दो-तीन बल्लेबाजों को लंबी पारी खेलनी होगी, ताकि टीम मजबूत स्कोर खड़ा कर सके। साथ ही, उन्होंने मध्य और निचले क्रम के बल्लेबाजों से अधिक योगदान की अपेक्षा जताई है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में समग्र टीम प्रयास जरूरी होता है।
ज्वाला सिंह ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 में भारतीय शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों साई सुदर्शन, ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल के योगदान की प्रशंसा की है। उन्होंने इन खिलाड़ियों की तकनीक और आक्रामकता को सराहा, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि टेस्ट मैच जीतने के लिए एक लंबी, मैच को परिभाषित करने वाली पारी की कमी खल रही है।
सिंह ने कहा, "अगर आप सलामी बल्लेबाजों को देखें, तो साई सुदर्शन ने कुछ रन बनाए और ऋषभ पंत ने चोट के बावजूद खेलते हुए भी योगदान दिया। यशस्वी ने रन बनाए और कुछ अन्य बल्लेबाजों ने छोटी लेकिन उपयोगी पारियां खेलीं। अगर आपको टेस्ट मैच जीतना है, तो एक या दो खिलाड़ियों को बड़ी लंबी पारियां खेलनी होंगी।"
उन्होंने आगे कहा, "पहले टेस्ट मैच में हमने जो गलतियां कीं, वे तीसरे टेस्ट में भी दोहराई गईं। हमें मध्य और निचले क्रम से और अधिक योगदान की आवश्यकता थी। हमने दूसरा टेस्ट मुख्य रूप से शुभमन गिल के बड़े स्कोर की बदौलत जीता। उनकी पारी ने उस जीत को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई। बल्लेबाजों को यहां भी जिम्मेदारी लेने की जरूरत थी, लेकिन दुर्भाग्य से उन्होंने ऐसा नहीं किया।"
भारत फिलहाल पांच मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पीछे चल रहा है और ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट की पहली पारी में 358 रनों पर ऑलआउट हुआ। जवाब में, बेन डकेट (94) और जैक क्रॉली (84) के अर्धशतकों की बदौलत इंग्लैंड ने स्टंप्स तक 46 ओवर में 2 विकेट पर 225 रन बना लिए। इंग्लैंड भारत से महज 133 रन ही पीछे है।
मौजूदा टेस्ट के दूसरे दिन की चर्चा करते हुए, सिंह ने इंग्लैंड के बल्ले से दबदबे और भारतीय टीम के सामने आने वाली चुनौतियों पर के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "हमने कुछ रन बनाए, लेकिन कुल स्कोर उतना बड़ा नहीं था जितना होना चाहिए था। इसके विपरीत, इंग्लैंड ने एकदिवसीय क्रिकेट के अनुकूल मानसिकता के साथ आक्रामक खेल दिखाया। उन्होंने तेजी से रन बनाए और बिना कोई विकेट खोए 150 रन तक पहुंच गए।
उन्होंने कहा, "दूसरे और तीसरे टेस्ट में, हमने देखा कि चौथी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम संघर्ष कर रही थी। इसलिए अगर हमारे बल्लेबाज तीसरी पारी में अच्छा प्रदर्शन कर सकें और फिर हमारे गेंदबाज भी दमदार प्रदर्शन कर सकें, तो हमारे पास अभी भी मौका है।" ज्वाला सिंह ने शुभमन गिल और भारतीय टीम से मैनचेस्टर टेस्ट में सामूहिक प्रयास पर जोर दिया है ताकि मैच का रुख भारत की ओर मोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि टेस्ट जीतने के लिए पूरी टीम को कड़ी मेहनत करनी होगी और हर खिलाड़ी को अपना योगदान देना होगा।