इस पारी लाबुशेन ने 132 गेंदों पर 48 रन बनाए। लाबुशेन ने कहा कि हम बेहतर कर सकते थे। हमारे तीन बल्लेबाज ऐसे आउट हुए, जिन्हें आउट नहीं होना चाहिए था। भारतीय गेंदबाजों की तारीफ करते हुए उन्होंने आगे कहा कि वे सीधी लाइन लेंथ के साथ गेंदबाजी कर रहे थे। गेंदबाज रन रोकने के लिए नई योजना के साथ आए थे और वे दबाव बनाने में भी सफल रहे। लाबुशेन ने कहा कि मैंने 1309 गेंदों का सामना किया। हमने बल्लेबाजी ईकाई की तरह इस चुनौती का सामना किया।
साथ ही लाबुशेन ने कहा कि जरूरी नहीं सभी बल्लेबाज हर बार रन बनाएं। कई बार एक या दो बल्लेबाज ही काफी होते हैं। वहीं अश्विन के बारे में पूछे जाने पर लाबुशेन ने कहा कि लोग नई योजना के साथ गेेंदबाजी कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया जैसे कि लेग में क्षेत्ररक्षक रखकर सीधी गेंदबाजी करना। हम उन्हें समझने और सीखने की कोष्षि कर रहे हैं।
बता दें कि आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन मेजबान टीम लगातार विकेट खोती रही। बुमराह ने जोए बनर््स (0) को 10 के कुल स्कोर पर आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद अश्विन ने दो अहम विकेट लिए। दूसरे सलामी बल्लेबाज मैथ्यू वेड अश्विन की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में रवींद्र जडेजा द्वारा लपके गए। वेड ने 30 रन बनाए। उनके आउट होने पर टीम का स्कोर 35 रनों पर दो विकेट था।