भारत की ओर से टॉप 5 सबसे तेज टेस्ट शतक टी20 के आने से पहले लगाए गए थे। तो आइए एक नज़र डालते हैं उन पांच भारतीय बल्लेबाजों पर, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज शतक जड़े हैं।
Fastest Century By Indian in Test Cricket: टेस्ट क्रिकेट को खेल का सबसे मुश्किल फॉर्मेट माना जाता है। यह क्रिकेट का सबसे चुनौतीपूर्ण फॉर्मेट है, जहां बल्लेबाजों को धैर्य, तकनीक और आक्रामकता का संतुलन बनाना पड़ता है। इस फॉर्मेट में शतक बनाना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन कुछ भारतीय ने टेस्ट क्रिकेट में तेजी से बल्लेबाजी करते हुए 100 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से शतक ठोके हैं।
दिलचस्प्त बात यह है कि भारत की ओर से टॉप 5 सबसे तेज टेस्ट शतक टी20 के आने से पहले लगाए गए थे। तो आइए एक नज़र डालते हैं उन पांच भारतीय बल्लेबाजों पर, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज शतक जड़े हैं।
पूर्व भारतीय कप्तान और स्टाइलिश बल्लेबाज मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 74 गेंदों में टेस्ट शतक जड़ा है। यह कसी भी भारतीय द्वारा टेस्ट क्रिकेट में लगाया गया सबसे तेज शतक है। दिसंबर 1996 में कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में अजहर ने एलन डोनाल्ड, लांस क्लूजनर और पॉल एडम्स जैसे दिग्गज गेंदबाजों के खिलाफ केवल 74 गेंदों में शतक ठोका। उनकी 77 गेंदों में 109 रनों की पारी ने भारतीय बल्लेबाजी की कलाई की ताकत को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया।
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में गेंदबाजों की बखिया उधेड़ने वाले पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज विरेंद्र सहवाग ने भारत के लिए दूसरा सबसे तेज टेस्ट शतक लगाया है। सहवाग ने जून 2006 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सेंट लूसिया में 78 गेंदों में शतक जड़ा था। सहवाग की 180 रनों की पारी ने न केवल भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में उनकी आक्रामक शैली को भी रेखांकित किया। सहवाग का नाम इस सूची में होना कोई आश्चर्य की बात नहीं, क्योंकि वह टेस्ट क्रिकेट को टी20 की तरह खेलने वाले पहले बल्लेबाजों में से एक थे।
शिखर धवन ने अपने टेस्ट डेब्यू में ही इतिहास रच दिया था। मार्च 2013 में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में धवन ने केवल 85 गेंदों में शतक पूरा किया, जो टेस्ट डेब्यू में सबसे तेज शतक का विश्व रिकॉर्ड है। उनकी 174 गेंदों में 187 रनों की पारी में 33 चौके और दो छक्के शामिल थे। इस पारी ने धवन को रातोंरात स्टार बना दिया और भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत की।
कपिल देव अपने समय के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में से एक थे। जनवरी 1982 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए टेस्ट मैच में कपिल ने 86 गेंदों में शतक जड़ा था। यह पारी उस समय आई थी जब वेस्टइंडीज की गेंदबाजी अपने चरम पर थी, जिसमें मैल्कम मार्शल और माइकल होल्डिंग जैसे दिग्गज गेंदबाज शामिल थे। कपिल की इस पारी ने न केवल भारतीय बल्लेबाजी की ताकत दिखाई, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में आक्रामकता का एक नया आयाम जोड़ा।
भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या टेस्ट क्रिकेट में 86 गेंदों में शतक जड़ने वाले भारतीय खिलाड़ियों की सूची में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने यह कारनामा 2017 में श्रीलंका के खिलाफ किया था, जब उन्होंने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 96 गेंदों में 108 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी। इस पारी में पांड्या ने 8 चौके और 7 छक्के जमाए थे।