कुक जैसा कोई नहीं-
जी हां! इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान जोए रूट का कहना है कि इंग्लिश क्रिकेट जगत में एलिस्टर कुक जैसा खिलाड़ी फिर कभी नहीं होगा। कुक ने आखिरी टेस्ट मैच के बाद संन्यास की घोषणा कर दी है। वेबसाइट ‘ईएसपीएन’ की रिपोर्ट के अनुसार, रूट ने कुक के बेहतरीन रिकॉर्ड की प्रशंसा करते हुए उन्हें पूरी टीम के लिए आदर्श खिलाड़ी करार दिया। रूट ने कहा कि कुक ने यह साबित किया है कि किसी अन्य क्रिकेट खिलाड़ी के लिए उनका स्थान ले पाना असंभव है। रूट ने कहा, “उनका करियर बेहतरीन रहा है। 12 साल वह शीर्ष स्तर पर रहे और उनके रिकॉर्ड एक उपलब्धि हैं। विश्व में कोई ऐसा सलामी बल्लेबाज नहीं, जो उन्हें मैच कर सके।”
कुक का आखिरी टेस्ट –
कप्तान रूट ने कहा कि कुक का टीम के ड्रेसिंग रूम में न होना इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए बहुत बड़ा नुकसान है। उनके स्थान पर किसी अन्य खिलाड़ी को नहीं देख पाएंगे। 33 वर्षीय इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज एलिस्टर कुक का यह आखिरी टेस्ट मैच है। इंग्लैंड के लिए 160 टेस्ट मैचों में 12254 रन बना चुके कुक इस मैच में शानदार प्रदर्शन कर अपने विदाई टेस्ट को यादगार बनाना चाहेंगे। इस आखिरी मैच में रूट ने अपने अंतिम एकादश में कोई बदलाव नहीं किया है। वहीं भारत ने इस मैच के लिए दो बदलाव किए हैं। अंतिम एकादश में हार्दिक पांड्या और रविचंद्रन अश्विन के स्थान पर रवींद्र जडेजा और हनुमा विहारी को शामिल किया गया है।
हनुमा विहारी को मिला मौका-
भारत की ओर से इस मैच में हनुमा विहारी अपना टेस्ट डेब्यू कर रहे हैं। हनुमा भारत की ओर टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 292वें क्रिकेटर बने। 13 अक्टूबर 1993 को जन्मे हनुमा विहारी आंध्र प्रदेश के लिए खेलते है। हनुमा की पहचान एक बेहतरीन ऑल राउंडर क्रिकेटर की है। वो बल्लेबाजी के साथ-साथ ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी करते है।