PAK vs BAN T20 Series Without DRS: पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेले जाने वाली 3 टी20 मैचों की सीरीज में DRS का इस्तेमाल नहीं होगा। इस वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
DRS or UDRS System Uses: डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) को पहले अंपायर डिसीजन रिव्यू सिस्टम (Umpire Decision Review System- UDRS) के नाम से जाना जाता था। यह क्रिकेट में तकनीक की वो प्रणाली है जो अंपायरों के निर्णयों को अधिक सटीक बनाने के लिए उपयोग की जाती है। इसकी शुरुआत साल 2008 में हुई और पहली बार भारत और श्रीलंका के बीच टेस्ट सीरीज में आजमाया गया। इस ऐतिहासिक क्षण में, भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने हरभजन सिंह की एलबीडब्ल्यू अपील को रिव्यू के लिए भेजा, जो डीआरएस का पहला उपयोग था। हालांकि, यह अपील असफल रही। उसी मैच में, वीरेंद्र सहवाग डीआरएस के तहत आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने।
ये तो हो गई DRS की शुरुआत। इस सिस्टम ने कई क्रिकेट मैच को रोमांचक बनाया है। इस सिस्टम के बिना आजकल कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। हालांकि जब बात पाकिस्तान की आती है तो वह नामुमकिन चीजे भी मुमकिन हो जाती हैं। डीआरएस को आधिकारिक तौर पर 24 नवंबर 2009 को न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच में लागू किया गया। वनडे क्रिकेट में इसका उपयोग जनवरी 2011 में शुरू हुआ, जबकि टी20 अंतरराष्ट्रीय में यह अक्टूबर 2017 से अनिवार्य हुआ। हालांकि पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेली जाने वाली 3 मैचों की टी20 सीरीज में DRS का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
कई मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बांग्लादेश बनाम पाकिस्तान टी20 सीरीज में डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) का उपयोग नहीं होगा, क्योंकि तकनीकी स्टाफ की अनुपलब्धता के कारण डीआरएस तकनीक उपलब्ध नहीं है। ऐसे में अगर मैच के दौरान मैदानी अंपायर्स जो भी फैसले लेंगे, उसपर खिलाड़ियों को भरोसा करना होगा। इसके अलावा उनके पास दूसरा कोई रास्ता भी नहीं होगा। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच टी20 सीरीज की शुरुआत 28 मई से होगी। पहला मुकाबला लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में भारतीय समयानुसार रात 8.30 बजे से खेला जाएगा।