आईसीसी के सीईओ ने माना दोषी-
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने 19 जून को चांडीमल, चंडिका और असांका तीनों को खेल भावना का उल्लंघन करने के साथ लेवल तीन का दोषी पाया है। आईसीसी के आचार संहिता आयोग ने 11 जुलाई को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये मामले की सुनवाई की थी और छह घंटे की सुनवाई के बाद अपने फैसले को सुरक्षित रख लिया था।
टेस्ट सीरीज से रखे गए है बाहर-
सुनवाई के दौरान हालांकि आपसी सहमति से लेवल तीन के लिये दो टेस्टों के निलंबन की सजा को स्वीकार कर लिया गया था। तीनों श्रीलंकाई गाले में 12 से 14 जुलाई को हुये पहले टेस्ट से बाहर रहे थे और उन्होंने कोलंबो में 20 से 24 जुलाई तक दूसरे मैच में भी नहीं खेलने पर सहमति जता दी थी। न्यायिक आयुक्त ने माना था कि इस सजा को इनकी कुल सजा में जोड़ा जाएगा।
चार वनडे मैचों से होना होगा बाहर-
हालांकि न्यायिक आयुक्त ने अपने निर्णय में चांडीमल, चंडिका और असांका को आठ निलंबन अंक दिये हैं जो दो टेस्ट और चार वनडे या आठ वनडे और आठ टी 20 मैच निलंबन के बराबर है। ऐसे में अब दो टेस्टों के साथ इन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दांबुला में 29 जुलाई और एक अगस्त तथा कैंडी में पांच और आठ अगस्त को होने वाले चार वनडे मैचों से भी बाहर रहना होगा।
छह डी-मेरिट अंक भी मिले-
इसके अलावा इन तीनों के अनुशासन रिकार्ड में भी छह डी-मेरिट अंकों को जोड़ा जाएगा। चंडिका और असांका का जहां यह पहला अपराध है वहीं चांडीमल का यह दूसरा अपराध है। इससे पहले उन्हें सेंट लूसिया में ही चार डी-मेरिट अंक मिले थे जिससे उनके कुल 10 डी-मेरिट अंक हो गये हैं। श्रीलंकाई टीम के कोच और मैनेजर को मैचों के दौरान खिलाड़यिों के ड्रेसिंग रूम में आने या मैच सेरेमनी में आने की इजाजत भी नहीं होगी।