
Sunil Gavaskar
टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) 2022 के दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड (England) के खिलाफ भारत (India) को 10 विकेट से एकतरफा हार का सामना करना पड़ा। इस हार को भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ी हार में से एक भी माना जा रहा है। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारतीय टीम ने 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 168 रन बनाए। वहीँ इंग्लैंड की टीम ने 16 ओवरों में ही बिना किसी विकेट के नुकसान पर 170 रन बना कर इस मैच को जीत लिया। इस सेमीफाइनल में हार के साथ भारतीय टीम का इस टूर्नामेंट को जीतने का सपना भी टूट गया। इस हार के बाद फैंस के साथ ही कई पूर्व क्रिकेटर्स भी कई मुद्दों पर भारतीय खिलाड़ियों की आलोचना कर रहे हैं। हाल ही में पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने भी इस विषय पर बयान दिया है।
वर्कलोड मैनेजमेंट की आलोचना
गावस्कर ने भारतीय टीम के वर्कलोड मैनेजमेंट की आलोचना करते हुए कहा, "भारतीय क्रिकेट को वर्कलोड मैनेजमेंट से ऊपर उठने की ज़रुरत है। क्रिकेटर्स जब आईपीएल (IPL) में खेलते हैं तो उन्हें किसी भी तरह का वर्कलोड नहीं लगता। पर वर्ल्ड कप (World Cup) या किसी अन्य आईसीसी (ICC) टूर्नामेंट न जीत पाने पर खिलाड़ी वर्कलोड की बात करते हैं। आईपीएल के लिए यात्रा करने और लगातार मैच खेलने पर कोई वर्कलोड की बात नहीं करता। पर अगर किसी सीरीज़ के लिए ऐसे देश जाना पड़ता है जहाँ ग्लैमर नहीं है, तो वर्कलोड याद आता है और आप आराम लेने की बात करते हैं। यह बात सही नहीं है।"
"खिलाड़ियों को मिल रहा है ज़्यादा लाड़-प्यार"
गावस्कर ने आगे बात करते हुए कहा, "अगर क्रिकेटर्स फिट हैं, तो वर्कलोड का सवाल ही नहीं पैदा होता। पर खिलाड़ियों को ज़्यादा ही लाड़-प्यार मिल रहा है और इसे कम करने की ज़रुरत है। टीम में शामिल होने पर इन्हें रिटेनर फीस दी जाती है। पर अगर ये खेलते नहीं हैं और इसका कारण वर्कलोड को बताते हैं, तो इन्हें रिटेनर फीस भी नहीं लेनी चाहिए।"
Published on:
12 Nov 2022 12:56 pm
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