बताया जा रहा है कि तीनों नाबालिग युवक कंजर समुदाय के थे और उन्हें पहले से निकाल दिया गया था। गौरतलब है कि कंजर समुदाय को आम-तौर पर हीन भावना से देखा जाता है तथा उन्हें रिहायशी इलाके से बाहर रहने के लिए मजबूर किया जाता है। ज्यादातर कंजर जूते सिलना, मजदूरी करना जैसे छोटे काम करते हैं।