मुरैना. माता बसैया थाना क्षेत्र के कुतवार गांव में रिटायर्ड शिक्षक ओमप्रकाश (70) पुत्र जगन्नाथ गठोलिया का दो मंजिल प्राचीन मकान बना है। मंगलवार की रात को ओमप्रकाश प्रथम तल की छत पर चारपाई और उसकी पत्नी उर्मिला शर्मा (68) प्रथम तल पर ही बरामदे में सो रही थी। करीब साढ़े नौ बजे ओमप्रकाश के लडक़े खरेन्द्र शर्मा (30) ने सब्बल से पिता के सिर में ताबड़तोड़ वार किए। पिता के सिर में सोते समय तीन वार किए, जिससे उनकी चारपाई पर ही मौत हो गई। खून से चारपाई भी पूरी तरह लाल हो गई। आरोपी पिता पर वार कर रहा था तभी उर्मिला शर्मा जाग गई तो आरोपी पुत्र ने उस पर हमला कर दिया। इसी दौरान छोटा भाई डैनी शर्मा वहां आया और मां को बचाते हुए मकान से बाहर निकल रहा था तभी आरोपी ने एक सब्बल भाई डैनी के पैर में मारा, वह चोटिल हो गया और डैनी भयभीत होकर मौके से अपनी जान बचाकर भाग गया। उसके बाद आरोपी ने मां को घर से निकलने से पहले ही गेट के अंदर ही पटक लिया और सरिया से सिर, मुंह व हाथों पर तीन- चार वार किए। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। मां की सांस चल रही थी, उसको रात को अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। रात को जिला अस्पताल में चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। उसके बाद दोनों के शव पीएम हाउस में रखवा दिए। सुबह होने पर पोस्टमार्टम कराया और शव परिजन के सौंप दिए। सूचना मिलने पर डीएसपी मुख्यालय विजय भदौरिया ने बुधवार की सुबह कुतवार गांव पहुंचकर घटना की जानकारी ली। उधर माता बसैया थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दो सप्ताह पूर्व भी किया था मां पर प्राणघातक हमला
मामूली बात को लेकर मां से आए दिन झगड़ा करता था आरोपी, चार दिन से अपने लिए अलग खाना बना रहा था
मुरैना. माता बसैया थाना क्षेत्र के कुतवार गांव में माता- पिता की हत्या करने वाला विक्षिप्त युवक दो सप्ताह पूर्व भी मां उर्मिला शर्मा पर प्राण घातक हमला कर चुका है। डंडा मारकर सिर फाड़ दिया था। पुलिस के अनुसार खाने-पीने की चीज को लेकर आए दिन मां से झगड़ता रहता था। पिछले चार दिन से अलग रहकर अपने लिए स्वयं खाना पका रहा था।
समय पर इलाज शुरू हो जाता तो नहीं ले पाता माता- पिता की जान
कुतवार में मां उर्मिला व पिता ओमप्रकाश शर्मा की हत्या करने वाले आरोपी पुत्र खरेन्द्र शर्मा अप्रैल माह में घर से गायब भी रहा था। परिजन ने उसका चार पांच दिन में तलाश कर लिया था। लेकिन उसका इलाज नहीं करवाया। अगर परिजन उसका समय से इलाज करवा लेते तो माता- पिता की हत्या नहीं कर पाता। मृतक ओमप्रकाश शर्मा के पांच पुत्र व एक पुत्री है। इनमें से बड़े दो लडक़ों की शादी हो चुकी है, जबकि आरोपी सहित तीन भाइयों की शादी नहीं हुई थी।
चार साल पूर्व बेची थी डेढ़ करोड़ की जमीन
रिटायर्ड शिक्षक ओमप्रकाश शर्मा ने चार साल पूर्व ही कुतवार गांव में स्थित 32 बीघा जमीन को डेढ़ करोड़ में बेच दिया था और शहर में दो तीन मकान खरीद लिए थे। ऐसा बताते हैं कि गांव के माहौल से वह संतुष्ट नहीं थे, इसलिए उन्होंने अपने सामने ही जमीन को सौदा कर दिया था। ओमप्रकाश का बड़ा बेटा भी रामलखन शर्मा भी मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं क्योंकि उसका एक बेटा एक्सीडेंट में समाप्त हो गया था। रामलखन का छोटा भाई छुट्टा रामनगर जैन बगीची में रहकर प्राइवेट जॉबा करता है। उससे छोटा स्वयं आरोपी खरेन्द्र शर्मा है। उसके बाद डैनी शर्मा जो कि गांव में रहकर माता- पिता की सेवा करता था। सबसे छोटा पंकज शर्मा फाटक बाहर मकान बनाकर रह रहा है। थाना प्रभारी माता बसैया जयपाल सिंह गुर्जर का कहना हैं कि आरोपी खरेन्द्र शर्मा मानसिक रूप से विक्षिप्त है। पिछले कुछ दिन से खाने- पीने की चीज को लेकर मां से झगड़ा कर रहा था। पिछले चार दिन से मां से झगड़े के बाद स्वयं खाना पका रहा था और रात को उसने माता- पिता पर वार करके हत्या कर दी।
कथन
Published on:
15 May 2024 11:39 pm