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जनपद अध्यक्ष के लिए भाजपा विरुद्ध भाजपा, नारेबाजी के बाद टकराव की बनी स्थिति

जनपद अध्यक्ष के लिए भाजपा विरुद्ध भाजपा, नारेबाजी के बाद टकराव की बनी स्थिति

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दमोह

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Hamid Khan

Jan 11, 2025

जनपद अध्यक्ष के लिए भाजपा विरुद्ध भाजपा, नारेबाजी के बाद टकराव की बनी स्थिति

जनपद अध्यक्ष के लिए भाजपा विरुद्ध भाजपा, नारेबाजी के बाद टकराव की बनी स्थिति

  • विधायक और पूर्व जिपं अध्यक्ष हुए आमने-सामने, दोनों प्रत्याशियों को मिले 8-8 मत, पर्ची से हुआ निर्णय

दमोह/हटा. हटा में जनपद अध्यक्ष के लिए शुक्रवार को हुई निर्वाचन प्रक्रिया खींचतान के बीच संपन्न हो गई है। देवरी फतेहपुर से जनपद सदस्य गंगाराम पटेल नए जनपद अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। इसके पहले काफी ड्रामा प्रक्रिया के दौरान देखने मिले। जिसमें भाजपा विरुद्ध भाजपा के हालात देखने मिले। इधर, मतगणना में दोनों प्रत्याशियों को एक से मत मिलना, नारेबाजी, विरोध प्रदर्शन, टकराव भी इस दौरान देखने मिला। इस तरह पूरी प्रक्रिया संपन्न हुई। गंगाराम पटेल ने अध्यक्ष बनते ही जनसेवा को पहली प्राथमिकता बताया।

हटा जनपद परिसर में सुबह 11 बजे के पहले सभी व्यवस्थाएं प्रशासन ने बना ली थी। पीठासीन अधिकारी एसडीएम राकेश मरकाम रहे। सुबह 11 बजे ही सभी जनपद सदस्य जनपद पंचायत के सभागार में पहुंच गए। गैसाबाद जनपद सदस्य का पद रिक्त होने के कारण कुल 16 सदस्य पहुंचे। 11.30 तक गंगाराम पटेल, शैलेष पटेल, महेश्वर सिंह और अनुसुइया रानी ने फार्म भरे। संवीक्षा के बाद सभी फार्म सही पाए गए, लेकिन नाम वापसी में महेश्वर सिंह और अनुसुइया रानी ने नाम वापस ले लिया। इस तरह मैदान में केवल गंगाराम और शैलेष ही रह गए। इसके बाद जनपद सदस्यों ने मतदान किया। ढाई बजे हुई मतगणना में दोनों को एक समान 8-8 मत मिले। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह के बाद पंचायती राज अधिनियम के प्रावधान के तहत दोनों की पर्ची डालकर ड्रॉ कराया गया। जिसमें बच्ची ने गंगाराम पटेल के नाम की पर्ची उठाई। इस तरह गंगाराम पटेल को जनपद अध्यक्ष के रूप में चयनित किया गया।

  • 9 को लेकर पहुंचे थे शैलेष, कहां बदली कहानीसुबह शैलेष पटेल ९ सदस्यों के साथ जनपद में दाखिल हुए थे, जबकि गंगाराम के साथ ७ ही सदस्य थे। ऐसे में शैलेष का पलड़ा भारी होने की चर्चा हो रही थीं, लेकिन नतीजे टाई रहने से पूरे समीकरण बिगड़ गए। ऐसे में क्राॅस वोट होने से पूरी कहानी बदल गई। इस पर हालांकि कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इधर, एक मतपत्र में सील को लेकर भी कुछ कहा-सुनी हुई, लेकिन पीठासीन अधिकारी ने नकार दिया। विदित हो कि शैलेष को एक सीजन में दूसरी बार हार मिली है।
  • विधायक और पूर्व जिपं अध्यक्ष समर्थकों में टकराव के बने हालातशांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुई प्रक्रिया के दौरान हालात उस समय बिगड़ गए जब हटा विधायक उमादेवी खटीक अनाधिकृत प्रवेश करते हुए मीडिया सेंटर तक पहुंच गई। इसके बाद भाजपा नेता व पूर्व जिपं अध्यक्ष शिवचरण पटेल और उनके समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान विधायक के विरुद्ध जमकर नारेबाजी हुई। साथ ही प्रशासन से उनके प्रवेश पर सवाल खड़े किए गए। विरोध पर विधायक माफी मांगते हुए परिसर के बाहर निकल गई। जहां उन्हें शिवचरण पटेल समर्थकों ने चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए खरी खोटी सुनाई। इधर, नतीजों के पहले एक बार फिर शिवचरण और उनके समर्थक उग्र नजर आए वह जबरन अंदर प्रवेश कर गए। इस दौरान विधायक पक्ष के समर्थक भी यहां आ गए। जिससे दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बन गई। दोनों ने जमकर नारेबाजी की।
  • कौन है गंगाराम पटेल

नवनिर्वाचित जनपद अध्यक्ष गंगाराम पटेल देवरी फतेहपुर क्षेत्र से निर्वाचित जनपद सदस्य है। जो पहली बार जनपद सदस्य बने थे, इसके पहले उनकी पत्नी यहां से सदस्य रहीं। पटेल भाजपा समर्थित है। गंगाराम पटेल ने कहा कि ईश्वर के आशीर्वाद से मौका मिला है। जनता की सेवा कर सफल बनाऊंगा। बताया गया कि उन्हें पूर्व जिपं अध्यक्ष शिवचरण पटेल ने नामांकित किया था। हालांकि, विधायक उमादेवी खटीक भी नतीजों के बाद उनके नाम पर ही चर्चा करती नजर आईं। वह तो यह तक कहती नजर आईं कि वह गंगाराम को निर्विरोध चयनित कराना चाहती थीं, लेकिन शिवचरण के चक्कर में चुनाव की स्थिति बन गई।