दरअसल, शहर के 39 वार्डों में एक-एक दिन के अंतराल से वॉटर सप्लाई नलों के माध्यम से किया जाता हैं। इसके लिए शहर में बनी 17 टंकियों को रोजाना भरना होता हैं। टंकियों के नियमित भरते रहने से ही पानी की सप्लाई सुचारू रहती हैं, लेकिन मई माह में यह व्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ा गई हैं। मई के शुरुआत में तेज अंधड़ के दौरान जुझार और राजनगर में बिजली बंद होने के कारण यह व्यवस्था बिगड़ी थी, जो अभी तक पटरी पर नहीं आ सकी है।
नहीं, फिर भी बन रहे जलसंकट के हालात
मौजूदा समय में शहर में जलसंकट जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन वॉटर सप्लाई सिस्टम फेल होने के कारण जलसंकट जैसे हालात बन गए हैं। शहर के 27 से अधिक वार्डों में इन दिनों प्रॉपर टाइम पर पानी नहीं पहुंच रहा है। वार्ड 1 में सुबह 5 से 9 बजे के बीच पहले वॉटर सप्लाई होती थी, लेकिन इन दिनों नल खुलने का कोई समय नहीं है। इसी तरह अन्य वार्डों में भी स्थिति है। अनिश्चित समय पर नल खुलने के कारण कई घरों में पानी नहीं भर पाता है। जबकि टोंटी आदि खुली रहने से पानी बर्बाद भी हो रहा हैं। ऐसे में लोगों को जलसंकट से भी जूझना पड़ रहा हैं। लोगों के अनुसार नल के लिए उन्हें सारे काम छोडऩे पड़ रहे हैं, क्योंकि दो दिन के लिए पानी स्टोर करना बहुत जरूरी होता है। पानी नहीं भरने की स्थिति में बेजा परेशानी होती है। वार्डों में इस तरह लोगों को परेशान होना पड़ रहा हैं।
बिजली बन रही समस्या, दो दिन पहले 4.30 घंटे रही बंद
नगरपालिका जल व्यवस्था प्रभारी इंजीनियर मेघ तिवारी का कहना है कि पानी की समस्या बिल्कुल भी नहीं है। एक दिन के अंतराल से पानी सप्लाई किया जा रहा है। टाइमिंग में परेशानी का कारण नगरपालिका नहीं, बल्कि बिजली कंपनी है। बांदकपुर फीडर से जुझार और राजनगर की लाइन कनेक्ट होने के बाद यह समस्याएं आ रही हैं। बीते दिनों 14 घंटे बिजली बंद रहने से व्यवस्था बिगड़ी थी, जो अभी पटरी पर आने वाली थी कि 2 दिन पहले फिर 4.30 घंटे लाइट बंद रही। इससे पंप बंद रहने से टंकियां नहीं भर सकीं और अव्यवस्था लगातार जारी हैं। आवश्यक सेवाओं के लिए बिजली कंपनी को अलग फीडर देना होगा, नहीं तो इस तरह की परेशानी शहर की जनता को होती रहेगी। यह बात सही है कि अनिश्चित टाइम पर नल खुलने से लोगों को परेशानी होती है, जिसके जवाब उन्हें ही देने होते हैं। – सिस्टम बिगडऩे के यह हैं मुख्य कारण
- – नरगपालिका द्वारा टंकी खाली होने के तत्काल बाद उसका भराव नहीं कराना।
- – जुझार- राजनगर पंप की बिजली बांदकपुर फीडर से कनेक्ट होना, जिससे बांदकपुर में फॉल्ट होने का असर जुझार-राजनगर पर पडऩा और इसका असर शहर की डेढ़ लाख आबादी पडऩा है।
- – नगरपालिका फिल्टर प्लांट पर बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई विविधत प्लान न होना।
- – गर्मी के दौरान वॉटर सप्लाई चेन में गेप नहीं दे पाना।
- – बिजली कंपनी द्वारा आवश्यक सेवाओं के लिए सप्लाई देने में लापरवाही बरतना।
फैक्ट फाइल –
- 1.5 लाख से अधिक शहर की आबादी
- – 25 हजार से अधिक वैध नल कनेक्शन
- – 10 हजार स अधिक अवैध नल कनेक्शन
- – 17 टंकियों से होती है जल सप्लाई
- – 30 जून तक राजनगर में पानी की व्यवस्था
- – 1.5 करोड़ लीटर पानी की हो रही रोज सप्लाई
- – 15 से अधिक लाइनमैन के भरोसे शहर की पानी व्यवस्था।
- वर्शन – वॉटर सप्लाई सिस्टम फेल होने का मुख्य कारण बिजली वाधित होना है। जिसके कारण समय पर टंकियां नहीं भर पा रही हैं। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी जा चुकी हैं, लेकिन बार-बार बिजली कटने से परेशानी हो रही हैं। टाइमिंग व्यवस्था को दुरस्त करने का प्रयास कर रहे हैं।
- मेघ तिवारी, जल व्यवस्था प्रभारी नगरपालिका दमोह