23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दमोह में एनसीइआरटी की नकली पुस्तकें बाजार में विकी, अब सिलेबस बदला

स्कूलों को क्या पढ़ाना तय करें, अभिभावकों की पुस्तकें वापस कराई जाएं लगातार- बाजार में आई एनसीइआरटी के फेक एडिशन की जांच कराकर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन

less than 1 minute read
Google source verification

दमोह

image

Samved Jain

Jul 10, 2025

ncert


दमोह. एनसीईआरटी की चार कक्षाओं के सिलेबस बदलने और पुराने सिलेबस से पढ़ाई होने के बाद जहां अभिभावक असमंजस में हैं, वहीं अब स्कूलों के संगठन ने भी एक ज्ञापन सौंपकर कलेक्टर से सवाल किए हैं। जिसमें स्कूलों में कौन सा सिलेबस पढ़ाना है, नया पढ़ाना है तो अभिभावकों की पुस्तकें वापस कराने सहित अन्य बिंदुओं पर मांगें रखी है। साथ ही बाजार में आई एनसीईआरटी की फेक एडिशन की जांच कराते हुए कड़ की कार्रवाई की मांग की है।
मप प्रांतीय अशासकीय शिक्षण संस्थान संघ भोपाल के बैनर तले कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि वर्तमान में बाजार में नकली पुस्तकों का विक्रय हो रहा है, जिसकी जानकारी विद्यालयों को अभिभावकों एवं मीडिया के माध्यम से मिल रही है। पुस्तकों का अवलोकन करने के बाद यह बात सत्य होती है कि बाजार में नकली पुस्तकें बिक रही है।
जिलाध्यक्ष रवि बाथरे ने बताया कि मूल पुस्तकें बाजार में उपलब्ध नहीं है व अभिभावकों को कक्षा नर्सरी से कक्षा 8 तक की संपूर्ण पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो रही है। जबकि पुराने सिलेबस की पुस्तकें अभिभावकों से खरीद ली है। बाजार में नकली पुस्तकंे बिक रही हैं व पुस्तकों की गुणवत्ता एवं प्रिंट भी अच्छी नहीं है। मार्च में पुस्तक मेले से कक्षा 4, 6, 7,८ में जो पुस्तकें अभिभावकों ने ली थी वह पुस्तक 2025-26 वर्तमान सत्र में बदल गई है एवं स्टेशनरी वाले अभिभावकों की पुस्तकें वापस नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा प्री-प्राइमरी की तीनों कक्षाओं में एक ही पुस्तक पढ़ाए जाने पर भी अभिभावक आपत्ति जता रहे हैं। ऐसे में इन मुख्य समस्याओं का समाधान कने की मांग की गई है।