
Unlock-2 face masks disappear, threat not averted but carelessness persists
दमोह. दूसरे जिलों के मुकाबले जिले में धीरे धीरे ही, लेकिन कोरोना वायरस के मामले निरंतर बढ़ रहे हैं। हालांकि पिछले दो दिनों में जिले में एक भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई। जो एक राहत देने वाली खबर रही। लेकिन जिले में जिस तरह से संक्रमण काल में नियमों को लेकर लापरवाही बरती जा रही हैए उससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। खतरनाक संक्रमण को लेकर लोगों में जरा भी खौफ नहीं दिख रहा है। अधिकांश लोग नियमों को ताक पर रखकर घरों से बाहर निकल रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक शहर समेत जिले भर में मास्क लगाने वालोंं की संख्या बमुश्किल तीस फीसदी है। 70 फीसदी से ज्यादा लोग बगैर फेस मास्क घूमते हैं। शहर में तो नियमों को लेकर थोड़ी अच्छी स्थिति कही जा सकती है। लेकिन ग्रामीण इलाके में संक्रमण काल में नियमों को लेकर भयावह स्थिति बनी हुई है। यहां न के बराबर गांवों को छोड़कर हर गांव में बेपरवाही का आलम है। जिन गांव में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, वहां वायरस से बचाव को लेकर सावधानियां बरतीं जा रहीं हैं। इसके पीछे की वजह संक्रमण प्रभावित जगहों पर स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन की कड़ी नजर बनी हुई है। वहीं अन्य स्थानों पर ऐसा नहीं हैं। जिससे वहां लापरवाही की जा रहीं हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन ने कड़ाई से नियमों का पालन करने को कहा है। साथ ही प्रशासन को नियमों का हर हालत में पालन करवाने के निर्देश हैं। इसके बावजूद नियम पालन की स्थिति बेकाबू है। हर जगह अधिकतर लोग बिना मास्क व सामाजिक दूरी का पालन किए बिना नजर आ रहे हैं। जिससे संक्रमण फैलाव की स्थिति बन सकती है। जिले में लापरवाही का अंदाजा इससे बखूबी लगाया जा सकता है कि नियमों का क्रियांवयन करानेे वाले जिम्मेदार भी नियमों का पालन करते नहीं दिख रहे। शासकीय कार्यस्थलों में कर्मचारी से लेकर आला अफसर तक नियमों को ताक पर रख काम करते नजर आ रहे हैं। शायद यही कारण है कि लोग भी इन्हें देख नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। जो बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती है।
Published on:
20 Jul 2020 11:55 pm
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