
गंगा की रेत पर टेंट सिटी
दमोह. कोरोना महामारी की कारण लागू किए गए लॉकडाउन के कारण हर व्यवसाय इस साल भारी नुकसान में चला गया है। अब तमाम व्यावसायों को आर्थिक रूप से पूरी तरह से रिकवर होने में अगला साल ही मुफीद माना जा रहा है। ठीक इसी तरह बारात घरों एवं टेंट व्यवसाय का हाल है। विवाह समारोहों से जुड़े बारात घर एवं टेंट हाउस के लिए ये साल की शुरूआत ही बेकार साबित हुई। इस साल लगभग सभी विवाह समारोह रद्द हो गए। जिससे विवाह सादा तरीके से निपट गए। लॉकडाउन के कारण बारात घरों एवं टेंट हाउस के सैकड़ों आर्डर कैंसल हुए। जिससे व्यवसाय को इस साल लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। कोरोना ने पूरे व्यवसाय पर इस साल पानी फेर दिया। शादी का पूरा सीजन सूना रहा। पिछले साल जहां शहर में शादी के सीजन में बारात घरों में शादियों की धूम रहती थी। इस साल बारात घर सूने पड़े रहे।इस व्यवसाय से जुड़े तमाम लोगों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। बारात घर एवं टेंट संचालकों को बुकिंग के दौरान जमा की गई अमानत राशि भी वापस करनी पडी। इस समय शादियों के मुहूर्त खत्म हो चुके हैं और महामारी के कारण कड़े नियम लागू हैं। अब अगले साल सर्दियों में ही विवाह मुहूर्त हैं व तब तक महामारी भी काबू में आने की उम्मीद है। टेंट हाउस संचालक राकेश माइकल रैकवार ने बताया कि दिसम्बर माह के पहले ही आने वाले सीजन को लेकर नए सामानों की खरीदी की थी। लेकिन अचानक से लॉक डाउन शुरू हो गया। शुरुवात में लगा कि सब जल्दी ही सामान्य हो जाएगाए लेकिन ऐसा नही हुआ और आयोजनों पर पाबंदी लगा दी गई। आगे भी कुछ नही पता कि आयोजनों पर इस साल पाबंदी हटेगी भी या नहीं। पूरा सीजन खाली रहा। इस साल लाखों रुपये का नुकसान टेंट हाउस का काम करने वालों को झेलना पड़ा है।
Published on:
20 Jul 2020 11:49 pm
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