
6 महीने पहले हो चुका उद्घाटन, फिर भी नए भवन में शुरू नहीं हुई कोर्ट
एक साल पहले 8 करोड़ रुपए से होने वाले अतिरिक्त कार्य का बनाया था प्रपोजल, पन नहीं मिली मंजूरी
दमोह. अंग्रेजों के समय बनाई गई कोर्ट को जर्जर घोषित होने के बाद जिला न्यायालय की नई बिल्डिंग २०२१ में बनकर तैयार हो गई थी। कुछ महीने पहले इस बिल्डिंग का उद्घाटन भी हो चुका है, पर अभी तक यहां पर पुरानी कोर्ट शिफ्ट नहीं हो पाई है। अभी भी पुरानी बिल्डिंग में कोर्ट चल रही है। हैरानी की बात यह है कि प्रोजेक्ट में करीब ८ करोड़ रुपए का काम अतिरिक्त बढ़ाया गया था, जिसकी मंजूरी मिलने का इंतजार करीब 8 माह से किया जा रहा है।
इधर, भवन देखरेख के अभाव में कंडम हो रहा है। बताया जाता है कि कुछ महीने पहले इस भवन के अंदर कुत्ता मरा पड़ा था। इससे अंदर बदबू भर गई थी। आनन-फानन में कुत्ते के शव को फिकवाया गया। दीवारों पर जाले लग चुके हैं। मेंटनेंस न होने की वजह से भवन की हालत खराब होती जा रही है।
बता दें कि वर्ष 2018 में नए भवन के निर्माण का काम शुरू हुआ था। निर्माण की लागत करीब १६ करोड़ रुपए थी। इस हिसाब से संबंधित निर्माण एजेंसी ने काम करा लिया था, पर तीन साल पहले रिवाइस वर्क में परिसर में एप्रोच रोड के काम को बढ़ाया गया। साथ ही अन्य काम भी बढ़ाए गए हैं। इन कार्यों के लिए एस्टीमेट तैयार किया गया था, जो करीब ८ करोड़ रुपए से ज्यादा है। जानकार बताते हैं कि हाइकोर्ट ने 8 महीने पहले बजट की मंजूरी दे दी है। अब विधि विभाग से मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
-परिसर में पक्षकारों के लिए नहीं पर्याप्त जगह
नई कोर्ट के लिए पुरानी कोर्ट के पीछे दो एकड़ जमीन चिंहित की गई थी। निर्माण एजेंसी द्वारा 14 कोर्ट रूम बनाए हैं। दो बार रूम, लाइब्रेरी हॉल, मीटिंग हॉल, केंटीन, पोस्ट ऑफिस, बैंक के हॉल बनाए गए हैं, पर बिल्डिंग निर्माण के दौरान परिसर को काफी छोटा बनाया गया है। ऐसे में जब कोर्ट चालू हो जाएगी तो पक्षकारों के लिए खड़े होने तक जगह नहीं होगी।
-अभी लिफ्ट का काम अधूरा
कोर्ट की नई बिल्डिंग में अभी तक लिफ्ट का काम पूरा नहीं हुआ है। यह काम अलग है। इसके लिए भी टेंडर होना है। बजट का इंतजार हो रहा है। वहीं, लिफ्ट लगाने के लिए भी अलग से फाइल चलेगी।
-पुरानी दिखाई देने लगी नई बिल्डिंग
तीन साल से नए कोर्ट भवन में निर्माण बंद हैं। इस भवन में अभी ठेकेदार का सामान रखा हुआ है। भवन के बाहर व अंदर की पुट्टी भी खराब होने लगी है। भवन में कई जगहों पर दरारें भी दिखने लगी है। कमरों में जाले लग चुके हैं। समय रहते यदि निर्माण पूरा नहीं होता है तो मरम्मत का काम भी बढ़ सकता है।
-फैक्ट फाइल
14 कोर्ट रूम
02 बार रूम
01 लाइब्रेरी हॉल
01 मीटिंग हॉल
यहां भी एक नजर
16 करोड़ निर्माण लागत।
08 करोड़ रिवाइज वर्क
2018 में शुरू हुआ था भवन निर्माण।
2021 में बन गई थी बिल्डिंग।
Published on:
17 Oct 2024 02:05 am
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